कोलकाता के बाद मुंबई के अस्पताल से सामने आया चौंकाने वाला मामला, शराब पीकर महिला डॉक्टर के साथ…
एक कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या का मामला बढ़ता जा रहा है, जिसके लिए देशभर में लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं। CBI इस मामले की जांच कर रही है, तमाम अस्पतालों में डॉक्टरों में हड़ताल की। इस सब के बाद भी लोगों के हौसले बुलंद है। मुंबई के सायन अस्पताल से एक ताजा मामला सामने आया है जहां पर फीमेल रेजिडेंट डॉक्टर पर हमला किया गया। ये हमला नशे में धुत मरीज और उसके रिश्तेदारों ने किया। ये घटना रविवार सुबह करीब 3.30 बजे की बताई जा रही है।
रविवार 18 अगस्त की सुबह सायन अस्पताल में एक महिला डॉक्टर पर उस वक्त हमला किया गया जब वह वार्ड में अपनी ड्यूटी कर रही थी. महिला डॉक्टर पर हमला करने वाले सभी लोग नशे में थे. आरोपियों ने महिला डॉक्टर को धमकी भी दी है. इस मामले के बाद से मरीज और उसके परिवार वाले मौके से फरार हैं. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
नशे की हालत में मारपीट
सायन अस्पताल के डॉ. अक्षय मोरे ने बताया मरीज नशे की हालत में आधी रात के बाद 7-8 रिश्तेदारों के साथ कैजुअल्टी में पहुंचा था। इस दौरान उसको ईएनटी दिया गया, इसके बाद ही उसने डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया जो मारपीट तक जा पहुंचा।
मुंबई का सायन अस्पताल लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल जनरल हॉस्पिटल बृहन्मुंबई नगर निगम चलाता है। आपको बता दें कि बीएमसी में महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD) रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर हड़ताल पर हैं। बीएमसी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने OPD और OT जैसी सेवाओं को निलंबित कर दिया है, हालांकि, इमरजेंसी सेवाएं जारी हैं।
#WATCH | Maharahstra: On the alleged attack on a female resident doctor of Mumbai's Sion Hospital, Dr Akshya More, General Secretary of Sion-MARD and BMC-MARD, says, "… The patient arrived in casualty after midnight in an intoxicated state with 7-8 relatives. He was involved in… pic.twitter.com/CH4tSMoic6
— ANI (@ANI) August 18, 2024
बीएमसी के एक सदस्य ने कहा, हम शिकायत दर्ज करने के लिए सायन पुलिस स्टेशन में हैं। सायन अस्पताल के डीन ने मामले को गंभीरता से लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सभी संस्थानों के प्रमुख ड्यूटी पर किसी स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ हिंसा की किसी भी घटना के छह घंटे के भीतर ‘संस्थागत एफआईआर’ भरने के लिए जिम्मेदार होंगे। कार्यालय ये ज्ञापन एम्स समेत केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे सभी मेडिकल कॉलेजों और देश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को भेजा गया था।
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