आज पूरे देश में मकर संक्रांति का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें नजर आ रही हैं. लोग तिल गुड़ देकर एक दूसरे को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दे रहे हैं. भगवान सूर्य का मकर राशि में प्रवेश हो चुका है. साथ ही वो उत्तरायण की ओर बढ़ गए हैं. ऐसे में एक बार शादी की शहनाइयां सुनाई देने वाली हैं. सभी मांगलिक कार्य एक बार फिर शुरू होंगे.
इस वजह से रुके थे मांगलिक काम
दरअसल, खरमास की वजह से विवाह समेत सभी मांगलिक काम रोक दिए गए थे, लेकिन भगवान सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो गया है. ऐसे में एक बार फिर अब विवाह समेत सभी मांगलिक कामों की शुरुआत होगी. साल 2025 में विवाह के मुहूर्तों की भरभार है. इस साल जनवरी से लेकर दिसंबर तक खूब शहनाइयां सुनाई देंगी.
विवाह को 16 संस्कारों में से एक
हिंदू धर्म शास्त्रों में विवाह को 16 संस्कारों में से एक बताया गया है. विवाह को जिंदगी का एक अहम पड़ाव माना जाता है. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त देखने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त देखना बहुत आवश्यक माना जाता है. क्योंकि इससे हमारा जीवन और वो कार्य दोनों प्रभावित होते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार, इस साल भी खूब शादियां होंगी. ऐसे में आइए जानते हैं कब-कब हैं विवाह के शुभ मुहूर्त.
2025 में विवाह मुहूर्त
जनवरी में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 तारीख को विवाह का मुहूर्त है. फरवरी में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 20, 21, 23 और 25 तारीख को विवाह होंगे. मार्च में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 1, 2, 6, 7 और 12 तारीख को विवाह का मुहूर्त रहेगा. अप्रैल में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 14, 16, 18, 19, 20, 21, 23, 23, 29 और 30 तारीख को शादियां होंगी. मई में विवाह मूहूर्त- इस महीने में 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24 और 27 तारीख को विवाह होंगे. जून में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 2, 4, 5, 7 और 8 जून को शादियां होंगी. नवंबर में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर विवाह होंगे. दिसंबर में विवाह मुहूर्त- इस महीने में 4, 5 और 6 दिसंबर को शादियां होंगी.
इन महीनों में नहीं होंगे विवाह
बता दें कि चार महीने ऐसे भी हैं, जिनमें विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. ये महीने हैं जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर. ऐसा इसलिए क्योंकि जून में जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे.