शादी के बाद कोई हनीमून जाता है तो कोई कहीं जाता है लेकिन यहाँ एक नई नवेली दुल्हन ने पति को कहा कि वह अपने जन्मदिन पर महाकाल मंदिर में दर्शन करना चाहती है। पति ने उसकी इच्छा पूरी करने के लिए उज्जैन जाने का फैसला लिया। ट्रेन से उज्जैन जाते समय दुल्हन रास्ते में ही एसी कोच से गायब हो गई और कुछ देर के बाद पति को एक मैसेज आया जिसे पढ़कर उसके होश उड़ गए।
व्यापारी ने अब इंदौर के एरोड्रम थाने में केस दर्ज करवाया है। व्यापारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी की मुलाकात इंदौर के व्यास नगर के रहने वाले एक व्यक्ति राजेश डागर से हुई। राजेश ड्राइवर के रूप में काम करता था, जिसके कारण उसकी कई लोगों से पहचान थी। राजेश ने व्यापारी को यह भरोसा दिलाया कि वह उसकी शादी करवा सकता है और इसके लिए उसने व्यापारी को इंदौर में रहने वाले महेंद्र गिरि नाम के एक शादी के दलाल से मिलवाया। महेंद्र ने एक महिला को अपनी पत्नी काजल के रूप में परिचय करवाया और व्यापारी को समझाया कि वह उसकी शादी अच्छे घर की लड़की से करा सकता है।
महेंद्र और काजल ने व्यापारी को एक और महिला रूपा से मिलवाया। रूपा ने बताया कि उसकी बेटी आहना शादी योग्य है और व्यापारी के लिए सही साथी हो सकती है। बातचीत के दौरान तय हुआ कि व्यापारी की शादी आहना से कराई जाएगी और इसके बदले व्यापारी ने राजेश के खाते में 3 लाख रुपए जमा कर दिए। इसके बाद 21 जुलाई को बिजासन मंदिर के पास एक समारोह में धूमधाम से व्यापारी और आहना की शादी संपन्न हुई। शादी को कानूनी रूप से वैध बनाने के लिए जिला कोर्ट में जाकर नोटरी भी करवाई गई। शादी के बाद कुछ दिन व्यापारी और आहना साथ रहे। इस दौरान आहना ने व्यापारी का विश्वास जीतने के लिए उससे अच्छा व्यवहार किया और उसके साथ खुश रहने का दिखावा किया लेकिन यह सब कुछ एक षड्यंत्र का हिस्सा था। 8 अगस्त को आहना ने व्यापारी से कहा कि उसका जन्मदिन है और वह अपने जन्मदिन पर उज्जैन के मंदिर में दर्शन करना चाहती है।
इस भावनात्मक अपील को व्यापारी ने गंभीरता से लिया और अपनी पत्नी को खुश करने के लिए उसे उज्जैन ले जाने का फैसला किया। दोनों ने ट्रेन से सफर करना शुरू किया, और सफर के दौरान व्यापारी आराम करने के लिए सो गया। इसी दौरान आहना ने व्यापारी को जड़ी-बूटी सुंघा दी, जिससे वह बेहोश हो गया। जब व्यापारी को होश आया, तो आहना गायब थी। व्यापारी ने उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला। बाद में व्यापारी को आहना का एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था कि वह उसे प्यार करती है, लेकिन अपने करियर के लिए उसे इस तरह भागना पड़ा। आहना के गायब होने के बाद व्यापारी को शक हुआ कि यह सब एक सोची-समझी साजिश थी। उसने इसके बारे में गहराई से जांच की तो पता चला कि यह गिरोह शादी के बहाने भोले-भाले लोगों को ठगने का काम करता है। इस गिरोह में महेंद्र गिरि, उसकी पत्नी काजल, काजल का भाई सुनील, राजेश और खुद आहना शामिल हैं। व्यापारी को यह भी जानकारी मिली कि इस गिरोह के खिलाफ पहले से भी केस दर्ज हैं। विजय नगर और आलोट के थानों में इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। व्यापारी को यह भी पता चला कि आहना पहले से तीन बार शादी कर चुकी है और हर बार उसने अपने पति को ठगकर फरार हो गई है।
यह गिरोह लुटेरी दुल्हनें तैयार करता है जो शादी के नाम पर पैसे और गहने हड़पने के बाद भाग जाती हैं। इस बार व्यापारी से भी उन्होंने इसी प्रकार ठगी की, जिसमें करीब 10 लाख रुपए नकद और 2 लाख के गहने शामिल थे। अब व्यापारी ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पुलिस ने व्यापारी की शिकायत के आधार पर महेंद्र गिरि, काजल, सुनील, राजेश और आहना के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है और इनकी तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह बड़े ही चालाकी से अपने निशाने को फंसाता है। पहले वे किसी साधारण इंसान को टारगेट बनाते हैं, फिर उससे दोस्ती करते हैं और धीरे-धीरे शादी के लिए राजी करते हैं। शादी के बाद मौका मिलते ही उसे जड़ी-बूटी सुंघाकर या किसी अन्य तरीके से बेहोश कर भाग जाते हैं।