राम भजन के लिए अब यह एक सपने के सच होने जैसा है। वह कहते हैं कि यह मेरी आठवीं कोशिश थी, मैं ओबीसी श्रेणी हूं, इसलिए मैं नौ कोशिशों के योग्य था और यह मेरी आखिरी कोशिश थी। मैंने सोचा हुआ था कि अगर इस बार सफळ नहीं हुआ, तो मैं अगली कोशिश के लिए अपनी तैयारी के साथ आगे बढूंगा लेकिन हार नहीं मानूंगा।
यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले 933 उम्मीदवारों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल राम भजन कुमार भी शामिल हैं। राजस्थान में एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे, राम भजन अपने परिवार से स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले पहले व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने आठवें प्रयास में 667 रैंक हासिल कर यूपीएससी की परीक्षा पास की। राम भजन कहते हैं कि “जब मैंने परिणाम देखा तो मैं हैरान रह गया। यह मेरा दूसरा आखिरी प्रयास था। मेरे पिता रो पड़े।
राम अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी हमेशा सहयोगी रही हैं और उनके परिवार ने उन्हें प्रोत्साहित किया। मेरे पिता ने अपना आधा से अधिक जीवन एक मजदूर के रूप में काम करते हुए बिताया। उन्होंने मुझे स्कूल और कॉलेज भेजने के लिए बहुत मेहनत की। हम हमेशा संघर्ष करते रहे। जब मैं पुलिस में शामिल हुआ, तो मुझे पता था कि मैं दूसरों और खुद के लिए स्थिति बदल सकता हूं।”