भागलपुर जिला परिषद सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के बाद दो खेमे में बट गई है जिसको लेकर सरगर्मी तेज हो गई है, एक तरफ जहां जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह के कुर्सी जाने की संभावनाएं दिख रही हैं वहीं दूसरी ओर तकरीबन 20 जिला परिषद सदस्य आज समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन पहुंचे. जिसको लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आज भागलपुर समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में दोनों पक्षों की बातें सुनी और 20 जिला परिषद सदस्य के सशरीर हस्ताक्षर प्राप्त किए लेकिन अभी तक निर्णय आना बाकी है.
जिससे दोनों पक्षों में अभी भी कानाफुंसी प्रारंभ है, एक तरफ जहां जिला परिषद सदस्य के नेतृत्वकर्ता के रूप में नाथनगर के मिथुन यादव करते दिखे वहीं दूसरे के में में टुनटुन शाह ने खुद कमान संभाल रखा है. जिला परिषद सदस्य मिथुन यादव ने कहा कि करोड़ों रुपए की निकासी हुई है. लेकिन कहीं भी इसका कार्य जमीनी स्तर पर नहीं दिख रहा हम लोग वर्तमान अध्यक्ष टुनटुन शाह के इस रवैया से काफी नाखुश हैं इसलिए अविश्वास प्रस्ताव पारित करने जा रहे हैं.
वहीं इसकी सफाई देते हुए टुनटुन साह ने साफ तौर पर कहा कि मेरे पर जो आरोप लगाया गया है वह पूर्ण रूपेण बेबुनियाद है जमीनी स्तर पर इसमें कोई सच्चाई नहीं है हर क्षेत्र में योजना के राशि के हिसाब से कार्य प्रगति पर है। गौरतालब हो की यह मामला उच्च न्यायालय के संज्ञान में भी जा चुका है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन इस पर क्या संज्ञान लेते हैं, फैसला किन के पक्ष में आता है.