देश में महंगाई के आंकड़ों में भले ही गिरावट देखी जा रही है लेकिन सब्जियों के दाम में ऐसी स्थिति बनी हुई है जो आम जनता को झटके पर झटके दे रही है. पहले जुलाई-अगस्त में टमाटर के चढ़ते दामों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और ये 300 रुपये किलो तक भी चले गए थे. वहीं अब प्याज के लगातार बढ़ते दाम लोगों को आंसू दे रहे हैं. देश में रिटेल बाजार के साथ-साथ थोक बाजार में भी प्याज के रेट नई ऊंचाई पर जा रहे हैं.
कितने बढ़े हैं प्याज के दाम
जुलाई से लेकर आज 19 अक्टूबर के बीच प्याज की कीमतों की तुलना करें तो ये करीब 50 फीसदी महंगी हो चुकी है. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर्स अफेयर्स पर दिए गए कमोडिटी के आंकड़ों के मुताबिक 1 जुलाई 2023 को प्याज के रिटेल दाम 24.17 रुपये प्रति किलो थे जो कि आज 19 अक्टूबर को बढ़कर 35.94 रुपये प्रति किलो पर आ चुके हैं. इस तरह देखा जाए तो प्याज के औसत दामों में 49 फीसदी की तेजी आ गई है.
महाराष्ट्र के थोक बाजार में भी 30 फीसदी बढ़े दाम
महाराष्ट्र की थोक मंडियों में भी प्याज के दाम में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है और ये करीब 30 फीसदी की उछाल के साथ बिक रही हैं. महाराष्ट्र की थोक मंडियों में एक हफ्ते में ही प्याज 30 फीसदी महंगी हो चुकी है. यहां प्याज के रेट पिछले हफ्ते 2500 रुपये प्रति क्विंटल पर थे जो कि इस हफ्ते 3250 रुपये प्रति क्विंटल पर आ चुके हैं.
क्यों बढ़ रहे हैं प्याज के दाम
खरीफ की फसलों की आमद में देरी की वजह से लाल प्याज की उपलब्धता कम हो गई है जिसके चलते प्याज के दाम नई ऊंचाई पर जा रहे हैं. सप्लाई की कमी के चलते प्याज के रेट में लगातार उछाल आता जा रहा है. इसके पीछे मुख्य वजह रही है कि महाराष्ट्र में मानसून देरी से और असमान रहा है और इसके साथ-साथ कर्नाटक की प्याज बेल्ट में भी उत्पादन कम रहा है जिसका असर प्याज की सप्लाई पर देखा जा रहा है.