भारत और पाकिस्तान के बीच मंगलवार को राजनयिक माध्यम से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते की वैधता को पांच वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाने पर सहमति हुई है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार करतारपुर साहिब कॉरिडोर के माध्यम से भारत से गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर, नरोवाल, पाकिस्तान तक तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 24 अक्टूबर 2019 को समझौता पांच साल की अवधि के लिए समझौता किया गया था। भारत और पाकिस्तान ने 22 अक्टूबर को राजनयिक माध्यम से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते को 5 साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है।
इस समझौते की वैधता के विस्तार से पाकिस्तान में पवित्र गुरुद्वारा के दर्शन के लिए भारत से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कॉरिडोर का निर्बाध संचालन सुनिश्चित हो सकेगा।
मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रति तीर्थयात्री प्रति यात्रा 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क लगाए जाने को हटाने के संबंध में तीर्थयात्रियों के निरंतर अनुरोध को देखते हुए, भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों पर कोई शुल्क या प्रभार नहीं लगाने का आग्रह किया है।