गया जंक्शन पर मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, स्टेशन का हो रहा कायाकल्प

Gaya JunctionGaya Junction

धार्मिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण गया जंक्शन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए लगभग 300 करोड़ रूपए से पुनर्विकास कार्य जारी है। गया जंक्शन को पुनर्विकास को लेकर 100 साल से अधिक पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त कर ग्रीन बिल्डिंग की तर्ज पर निर्माण कार्य शुरू किया है। इसमें वेंटिलेशन व एयर फ्लो व अन्य की आधुनिक सुविधा होगी। वर्ष 2065 तक रेलवे यात्रियों की संख्या व उनकी जरूरत को ध्यान में रखकर पुनर्विकास की योजना बनाई गई है।

नये वर्ष में गया जंक्शन के डेल्हा साइड में भी रेल यात्रियों को टिकटघर के साथ-साथ आरक्षण काउंटर की सुविधा मुहैया हो जाएगी। इसके लिए नये भवन बनकर तैयार है। हर स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसे वर्ष 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

एयरपोर्ट जैसी विश्व स्तरीय सुविधाओं से होगा लैस

पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्व स्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी। बता दे कि इस वर्ष कुछ पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त कर निर्माण कार्य शुरू किया गया है। वहीं, पुरानी बिल्डिंग के संचालित कार्यालयों को जंक्शन के डेल्हा साइड में बने नये भवन में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है। साथ ही अधिकारी के चेंबर भी नये भवन में अस्थायी तौर पर शिफ्ट किया गया है।

आगमन व प्रस्थान के लिए होगी अलग व्यवस्था

गया जंक्शन पर रेल यात्रियों के लिए आगमन व प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था होगी। इससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे। खान-पान, वाशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे। इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ यात्री विशेष रूप से लाभांवित होंगे।

स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का दिखेगा संगम

पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा। पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन पर यात्रियों को सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन गुणा बढ़ जाएगी। गया स्टेशन पर एवं इसके आस-पास पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। जिसका लाभ स्थानीय लोगों को होगा।

कार्यप्रणाली की सुविधा में हुई बढ़ोतरी

वर्ष 2023 में गया जंक्शन पर स्थित रेलवे मेल सर्विस (आरएमएस) को नये भवन में शिफ्ट किया गया है। बता दे कि भारतीय रेलवे नेटवर्क के भीतर संचालित होती है। यह पूरे भारत में रेलवे बुनियादी ढांचे के माध्यम से मेल और पार्सल की छंटाई, प्रसंस्करण और परिवहन के लिए जिम्मेदार है। रेलवे की ओर से गया जंक्शन को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास कार्य में आरएमएस के नये भवन भी निर्माण करना था। जिसे रेलवे ने 2023 में पूरा कर दिया गया। रेलवे में आरएमएस कार्यप्रणाली की सुविधा में बढ़ोत्तरी किया गया।

मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ मोटरसाइकिल स्टैंड

वर्ष 2023 के दिसंबर माह में गया जंक्शन के बाहरी परिसर के खुले में संचालित मोटरसाइकिल स्टैंड को मल्टीस्टोर बिल्डिंग में मोटरसाइकिल स्टैंड शिफ्ट को किया गया। रेलवे ने गया जंक्शन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए काम काफी तेज कर दी है। इससे गया जंक्शन पर ट्रेनों से सफर करने वाले दैनिक यात्रियों को मोटरसाइकिल स्टैंड गाड़ी में परेशानी हो रही है। मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर और फस्ट फ्लोर पर मोटरसाइकिल स्टैंड बनाया गया है। अब मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के शिफ्ट होने से मोटरसाइकिल स्टैंड अपनी गाड़ी सुरक्षित होने की चिंता नहीं है।

सिग्नलिंग प्रणाली होगी मजबूत

गया जंक्शन से होकर गुजरने वाली रेलखंडों पर ट्रेनों की गति तेज करने और सुरक्षित सफर के लिए सिग्नल सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली को मजबूत किया गया। इससे ट्रेनों के आवागमन में काफी आसानी होने के साथ ही यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

ऑटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम के लागू हो जाने से एक ही रूट पर एक किमी के अंतर पर एक के पीछे एक ट्रेनें चल सकेंगी। इससे रेल लाइनों पर ट्रेनों की रफ्तार के साथ ही संख्या भी बढ़ सकेगी। स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा। यानी एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेन आसानी से चल सकेगी। इसके साथ ही ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी मिलती है।

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.
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