राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर कब्जा जमाने के बाद अब अजीत पवार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। अजीत गुट ने कैविएट दाखिल कर कोर्ट से अपील की है कि चुनाव चिन्ह से जुड़ी अपील कर शरद पवार गुट की तरफ से दाखिल की जाती है तो उनका भी पक्ष सुना जाए। बता दें कि एक वादी द्वारा कैविएट आवेदन यह सुनिश्चित करने के लिए दायर किया जाता है कि उसका पक्बिष ना सुने उसके खिलाफ कोई आदेश पारित न किया जाए।
चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे शरद पवार
दरअसल, चुनाव आयोग ने अजीत पवार गुट को असली एनसीपी करार देते हुए चुनाव चिन्ह घड़ी भी उन्हें सौंप दिया है। चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ शरद पवार गुट सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया है। समाचार लिखे जाने तक शरद गुट की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कोई अपील दाखिल नहीं की गई है। शरद गुट से पहले ही अजीत गुट आज सुप्रीम कोर्ट पहुंचकर कैविएट कर दिया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी पर साधा निशाना
एनसीपी के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर शिवसेना(UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि ऐसा माहौल बनाया हुआ है पूरे देश में कि पैसा फेक तमाशा देख, जनता के पैसों का दुरुपयोग हो रहा है, विधायकों की खरीद-फरोख्त हो रही है। शरद पवार वरिष्ठ नेता है वे यह लड़ाई भी डटकर लड़ेंगे।
शरद पवार गुट ने कही थी ये बातें
शरद पवार गुट के जयंत पाटिल ने मंगलवार को कहा था कि अजित पवार के खेमे को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) घोषित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी। एनसीपी (शरद पवार) गुट की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख पाटिल ने कहा, हम उच्चतम न्यायालय जाएंगे क्योंकि हमारी आखिरी उम्मीद वही है। हम उम्मीद करते हैं कि उच्चतम न्यायालय निर्वाचन आयोग के फैसले पर रोक लगाएगा। हमें शरद पवार के पीछे मजबूती से खड़ा रहना है। पार्टी कार्यकर्ताओं को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि राकांपा की स्थापना शरद पवार ने की थी, उन्होंने इसे जमीनी स्तर पर बढ़ाया और राजनीतिक करियर में आगे बढ़ने में कई नेताओं की मदद की।