लोकसभा चुनाव 2024 के बाद संसद का पहला सत्र काफी चर्चा में है। बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाषण दिया था। वहीं आज समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संसद में आवाज बुलंद की है। अखिलेश ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कई बड़े मुद्दों पर बात की। भाषण के दौरान अखिलेश का शायराना अंदाज भी देखने को मिला है। देखें अखिलेश के भाषण के 8 बड़े पॉइंट्स
1. शायरी से की शुरुआत
अखिलेश ने अपने भाषण की शुरुआत एक शायरी से की। उन्होंने कहा कि ‘आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरुर, दरबार तो लगा पर बड़ा गमगीन बेनूर।’ पहली बार ऐसा लग रहा है हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है कि चलने वाली नहीं ये गिरने वाली सरकार है। क्योंकि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में जो है अटकी हुई वो तो कोई सरकार नहीं।
2. देश को 4 जून को मिली साम्प्रदायिक आजादी
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा इंडिया समझ गया है कि इंडिया (इंडिया गठबंधन) ही प्री इंडिया है। 15 अगस्त 1947 अगर देश की आजादी का दिन था तो 4 जून 2024 देश के लिए साम्प्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन था।
3. देश कैसे बनेगा 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था
अखिलेश के अनुसार सरकार कहती है कि भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। मगर सरकार क्यों छिपाती है कि देश की प्रति व्यक्ति आय क्या है? जहां से प्रधानमंत्री जी चुनकर आते हैं वहां कि सरकार भी कह रही है कि हम राज्य को 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बना देंगे। लेकिन उत्तर प्रदेश को ये आंकड़ा छूने के लिए 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए। वो कहां से आएगी?
4. भ्रष्टाचार पर उठाई आवाज
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस गंगाजल को हाथ में लेकर सच कहने की कसम खाई जाती है कम से कम उस गंगाजल से तो झूठ ना बोलें। जहां विकास के नाम पर खरबों रुपये की लूट की राज खोलते भ्रष्टाचार के गड्ढे प्रदेश का नाम खराब कर रहे हैं, वहीं बारिश में टपकती हुई छत और गिर चुकी स्टेशन की दीवार बेईमानी की निशानी बन गई है। विकास का ढिंढोरा पीटने वाले इस विनाश की जिम्मेदारी कब लेंगे?
5. नीट पेपर लीक पर सरकार को घेरा
अखिलेश ने नीट पर बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के नौजवान परीक्षा देकर लौटते थे तो उनको पता चलता था कि पेपर लीक हो गया। केवल यूपी ही नहीं कई प्रदेशों में पेपर लीक की घटनाएं सामने आई हैं। 4 जून रिजल्ट आने के बाद मालूम चला कि देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया। ये सरकार पेपर लीक इसलिए करवा रही है कि सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है।
6. अयोध्या पर बोले अखिलेश
अयोध्या की जीत भारत के समझदार मतदाता की लोकतांत्रिक जीत है। हम यही सुनते आए हैं कि होई वही जो राम रचि राखा। अखिलेश ने शायरी सुनाते हुए कहा कि-
‘ये है उसका फैसला जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज,
जो करते थे किसी को लाने का दावा वो खुद हैं किसी के सहारे के लाचार।
हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम, जो सच्चे मन से करते हैं सबका कल्याण।
सदियों में जन-जन गाता है जिनके गान, अभय दान देती जिनती मंद-मंद मुस्कान।
मानवता के लिए उठता जिनका तीर कमान, जो असत्य पर सत्य की जीत का है नाम।
उफनती नदी पर जो बांधे मर्यादा के बांध, वो अयोध्या के राजा पुरषोत्तम श्री राम।’
7. अखिलेश ने सुनाया शेर
अखिलेश ने एक और शेर सुनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सदन में पढ़ा एक शेर याद आ गया। जो तब सही था अब और सही साबित हो रहा है। ‘हजुर-ए-आला आजतक खामोश बैठे हैं इसी गम में…महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने।’
8. EVM पर नहीं है भरोसा
ईवीएम पर सवाल खड़े करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे ईवीएम पर ना पहले भरोसा था और ना आज है। अगर मैं उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें भी जीत जाऊं तो भी ईवीएम पर भरोसा नहीं करूंगा। मैंने पहले भी कहा है कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम को ही बदलेंगे।