अखिलेश यादव ने INDI अलायंस के पराजित उम्मीदवारों को बताया ‘सम्मांसद’, जानें कारण

Akhilesh Yadav

लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने भाजपा और उसके सहयोगियों को काफी पीछे छोड़ दिया है।

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहा है। हालांकि, इस चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। सपा ने उत्तर प्रदेश में 80 में से कुल 37 लोकसभा सीटें जीती हैं। अब चुनाव परिणाम के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने INDI अलायंस के पराजित उम्मीदवारों के लिए संदेश भेजा है। अखिलेश ने अपने पराजित उम्मीदवारों को ‘सम्मांसद’ की संज्ञा दी है। आइए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा।

अखिलेश ने लगाया घपले का आरोप

अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर भाजपा पर प्रशासनिक घपले का आरोप लगाया है। अखिलेश ने कहा- “जो भी प्रत्याशी भाजपाई-प्रशासनिक घपलों की वजह से जीत दर्ज नहीं कर पाए, दरअसल वो सब भी जीते हुए ही हैं।” यादव ने कहा कि ”भाजपा को जो भी वोट मिला है उसका आधार जनता के वोट नहीं, बल्कि उनका प्रशासनिक तंत्र और उनकी घपलेबाजी है।”

सम्मांसद’ की जन-उपाधि- अखिलेश

अखिलेश यादव ने हारे हुए प्रत्याशियों को सम्मांसद की संज्ञा दी। अखिलेश ने कहा- ”लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में जनता ने ‘इंडिया गठबंधन’ के प्रत्याशियों को भरपूर समर्थन व सम्मान दिया है। इसीलिए ऐसे सभी जुझारू प्रत्याशियों को हम जनता के सच्चे प्रतिनिधि के रूप में, किसी भी अन्य सांसद के बराबर मानते हुए, जनता द्वारा मत के रूप में उनको दिये गये सम्मान का मान करते हुए, आज से ‘सम्मांसद’ की जन-उपाधि से सुशोभित मानते हैं। आने वाला समय उनका ही होगा।”

यूपी में किसे कितनी सीटें?

उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को कुल 36 सीटें मिली जिसमें 33 सीटें भाजपा, दो उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल और एक सीट अपना दल (एस) को मिली है। वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन ने कुल 43 सीटें जीतीं जिसमें समाजवादी पार्टी को 37 और सहयोगी कांग्रेस को छह सीटें मिली हैं। एक सीट अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरे प्रमुख दलित नेता चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को मिली है। (इनपुट: भाषा)