भागलपुर सहित कई जिले वर्तमान में बाढ़ की चपेट में हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का पानी आने की वजह से नाव का परिचालन किया जा रहा है। उसी नाव का इस्तेमाल शराब तस्करी में होने की आशंका को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने जिलों को अलर्ट किया है। नाव का इस्तेमाल शराब तस्करी में नहीं हो सके, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। नियमित अंतराल पर इसको लेकर जांच भी की जाएगी।
सड़कों पर पानी होने की वजह से नदी मार्ग को सुरक्षित मान रहे तस्कर
दूसरे राज्य से खासकर झारखंड और बंगाल से शराब की खेप लाने के लिए सड़क मार्ग का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाता है। विभिन्न मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी आ जाने की वजह से शराब तस्कर नदी मार्ग को तस्करी के लिए सुरक्षित मान रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने नाव संचालकों को भी निर्देश देने को कहा है कि वे शराब की खेप ढोने का काम नहीं करें। अगर ऐसा करते हुए पकड़े गए तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
त्योहार से पहले शराब का स्टॉक बढ़ाने की तैयारी
आने वाले महीने में त्योहार होने वाले हैं। दुर्गा पूजा और दिवाली से पहले शराब माफिया शराब का स्टॉक बढ़ाने की तैयारी में हैं। बाढ़ का पानी आने से पहले कई थाना क्षेत्रों में पुलिस ने शराब की खेप पकड़ी। जीरोमाइल, बाईपास, सबौर, सन्हौला में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है। शहरी क्षेत्र में जोगसर, कोतवाली, बरारी, बबरगंज आदि थाना क्षेत्रों में भी शराब के साथ तस्कर पकड़े गए हैं। एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि शराब को लेकर छापेमारी अभियान लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि सड़क के साथ ही नदी मार्ग पर भी नजर रखी जा रही है।