अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले आतंकी हमले का अलर्ट मिला है। खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि आतंकवादी नेताओं, अफसरों पर हमला करने और इलाके में माहौल खराब करने की तैयारी में हैं। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक कट्टरपंथी बार-बार एक समुदाय के लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मौजूदा इजराइल-हमास युद्ध में इजराइल के पक्ष में भारतीय सरकार के रुख का भी इस्तेमाल किया है।
केंद्रीय एजेंसियों ने की हाई लेवल मीटिंग
अलर्ट के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने खतरे से निपटने के लिए हाई लेवल मीटिंग की। राम जन्म भूमि समारोह के दौरान तैनात की गई सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया है। इनपुट उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अशांति फैलाने की कोशिशों का भी है। राष्ट्र विरोधी समूहों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के सामने भारत विरोधी माहौल बनाने के लिए सोशल मीडिया के लिए कई पोस्ट भी तैयार की हैं।
22 जनवरी को रामलला की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। अयोध्या में इस बाबत समग्र विकास के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद शामिल होंगे। साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं, साधु-संतों को भी न्यौता दिया गया है। इस कार्यक्रम में कई लोग शामिल होने के लिए अयोध्या आएंगे। लेकिन इस कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता शिरकत नहीं करेंगे। दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी ने रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसपर अब राजनीति तेज हो गई है।