नेपाल में हुई भारी वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। आज कोसी का डिस्चार्ज 6,81,000 क्यूसेक तक पहुंचने का अनुमान है जो कोसी क्षेत्र के लिए अलार्मिंग है।
कोसी में हाई अलर्ट, बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए
प्रशासन ने कोसी में हाई अलर्ट जारी किया है। कोसी बराज से कोसी का डिस्चार्ज पूर्वाह्न बजे 11 बजे 494210 क्यूसेक रिकार्ड किया गया है। बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं। अभियंताओं की मानें तो अभी बराज पर खतरा नहीं है। हालांकि कोसी तटबंध पर निगरानी बरती जा रही है।
सभी लोगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह
तटबंध के अंदर बसी आबादी को बाहर आने और ऊंचे तथा सुरक्षित स्थान पर शरण लेने को कहा जा रहा है। इसके लिए शुक्रवार की रात से ही प्रशासन की ओर से माइकिंग कराई जा रही है। 56 वर्ष बाद कोसी अपना रिकार्ड दोहराएगी। 1968 के अक्टूबर महीने में कोसी बराज का डिस्चार्ज 7,88,000 क्यूसेक तक पहुंच गया था। दशकों बाद इतनी मात्रा में पानी छोडे जाने के कारण पूरे इलाके के लोग काफी भयभीत हैं।
लेटर जारी करते हुए कहा गया कि तीन चार दिनों से हो रही अतिवृष्टि के कारण कोशी नदी के जलस्तर में अत्यधिक वृद्धि के कारण कोशी तटबंध के अंदर अवस्थित सभी विद्यालयों को अगले आदेश / सामान्य स्थिति होने तक बंद किया जाता है। संबंधित प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को निदेश दिया जाता है कि कोशी तटबंध के भीतर अवस्थित सभी प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षकों कों अर्द्धवार्षिक परीक्षा मूल्यांकन 2024 में एवं उच्चतर माध्यमिक / माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को निकटवर्ती उच्चतर माध्यमिक/ माध्यमिक विद्यालय में शैक्षणिक कार्य में संलग्न (Tag) करना सुनिश्चित करेंगे।
कल दोपहर तक कोसी खगड़िया और इसके बाद नवगछिया और कटिहार में असर दिखाएगी। कोसी के साथ ही नेपाल से आने वाली अन्य नदियों में भी उफान है। किशनगंज से गुजरने वाली महानंदा, मेची, कनकई, रतुआ आदि नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। लोग पलायन कर रहे हैं।