दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद निकलने वाली सभी विसर्जन जुलूस की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके अलावा शहर में लगे सभी 1800 कैमरों से पल-पल की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। डीजे का उपयोग पूर्णत प्रतिबंधित है। इसके उल्लंघन पर आयोजक व थानाध्यक्ष पर समान रूप से कार्रवाई होगी। साथ ही प्रतिमा बिठाने से लेकर कार्यक्रम आयोजित करने और विसर्जन जुलूस के लिए पूजा समितियों को लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य किया गया है। यह जानकारी गुरुवार को समीक्षा भवन में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने दी।
डीएम ने एसडीओ व एसडीपीओ को विसर्जन जुलूस के लिए चिन्हित मार्गों के भौतिक सत्यापन का निर्देंश दिया है। डीएम ने कहा कि सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है। सामाजिक सद्भाव में खलल उत्पन्न करने वाले पोस्ट डालने और शेयर करने की स्थिति में कठोर कार्रवाई की जायेगी। बैठक में शांति समिति के सदस्यों ने कई सुझाव भी दिए। बैठक में एसएसपी आनंद कुमार, सिटी एसपी अमित रंजन, दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष अभय कुमार घोष सोनू, महासचिव जय नंदन आचार्य, कार्यकारी अध्यक्ष विनय सिन्हा, संरक्षक कमल जायसवाल आदि मौजूद रहे।