देश में धूमधाम से 78वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। जगह-जगह राष्ट्रगान और तिरंगे को सलामी देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं, धर्मनगरी अयोध्या में अनोखा मामला सामने आया है। यहां के राम जन्मभूमि थाने में UP पुलिस के अधिकारी और सिपाही ध्वजारोहण कर रहे थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जैसे ही थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र पांडेय अपने केबिन में आए। उनकी सीट पर एक बंदर बैठा था। देवेंद्र पांडेय ने बिना देर किए बंदर को सैल्यूट किया।
उन्होंने कहा ‘जय हिंद सर’। धार्मिक ग्रंथों में बजरंगबली को भगवान राम का सेवक माना जाता है। कहा जाता है कि वे अयोध्या की रखवाली करते हैं। ऐसे में 15 अगस्त पर एक बंदर का राम जन्मभूमि थाने में आना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कोतवाल की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें दिख रहा है कि बंदर सीट पर बैठा है। वे उसे सलामी दे रहे हैं। देवेंद्र पांडेय के अनुसार यह बंदर रोजाना सुबह 9 बजे थाने में पहुंच जाता है। भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद ऐसा हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इस तस्वीर पर जमकर कमेंट कर रहे हैं। वहीं, कई लोग सवाल भी उठा रहे हैं।
रोजाना दो घंटे थाने में रुकता है बंदर
पुलिसवाले इसे खाने के लिए फल और बिस्किट देते हैं। बंदर लगभग दो घंटे थाने में रहता है। वह शांत रहता है। किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। पुलिसवालों को भी इस बंदर से खासा लगाव हो गया है। पांडेय के अनुसार थाने में 15 अगस्त को सुबह के समय तिरंगे को सलामी दी गई। पुलिसकर्मी राष्ट्रगान गा रहे थे। तभी बंदर ने थाने में एंट्री की। वह सीधा थाना प्रभारी के कमरे में सीट पर जाकर बैठ गया। जिसके बाद थाना प्रभारी लौटे तो उसे सैल्यूट कर दिया। बाद में बंदर को खाने के लिए बिस्किट दिए गए। लोग चर्चा कर रहे हैं कि ये साक्षात बजरंगबली का ही रूप हैं। जो भगवान राम की जन्मभूमि के थाने में कोतवाल की तरह प्रकट होते हैं।