बिहार पुलिस अपने कारनामों के कारण अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। ताजा मामला राजधानी पटना का है, जहां पुलिस का संवेदनहीन चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले को पार कराने के लिए पुलिस ने एम्बुलेंस में जीवन और मौत से जूझ रहे मासूम को रोक दिया। करीब एक घंटे तक मासूम एम्बुलेंस के अंदर बेहोश पड़ा रहा लेकिन पुलिसकर्मियों ने एम्बुलेंस को नहीं जाने दिया। मामला फतुहा थाना क्षेत्र स्थित आरओबी के पास की है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को नालंदा में इथनॉल फैक्ट्री का उद्घाटन करने के बाद वापस पटना लौट रहे थे। सीएम के कारकेट को पार कराने के लिए पुलिस ने पूरी ट्रैफिक को रोक दिया था। गाड़ियों की भीड़ में एक एम्बुलेंस भी शामिल थी। एम्बुलेंस में एक बच्चा बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था और उसकी मां लगातार रोए जा रही थी लेकिन इतने पर भी पुलिसकर्मियों की संवेदना नहीं जगी और करीब एक घंटे बाद जब सीएम का काफिला पार हुआ तब जाकर गाड़ियों को जाने की अनुमति दी गई।
एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि फतुहा के एक निजी अस्पताल से बीमार बच्चे को पटना के अस्पताल में ले जाया जा रहा था लेकिन पुलिस ने सीएम के काफिले को पार कराने के लिए ट्रैफिक को बंद कर दिया। पुलिसकर्मियों को बार बार कहने के बावजूद नहीं जाने दिया। बता दें कि हाल ही में ऐसी ही घटना पटना के गंगा पथ पर भी देखने को मिली थी, जहां सीएम के काफिले को पार कराने के लिए एम्बुलेंस को रोक दिया गया था।