इजराइल और हमास के बीच गाजा पट्टी पर जोरदार जंग चल रही है। इस लड़ाई में अमेरिका भी कूद गया है। गाजा में संघर्ष के बीच अमेरिकी जंगी बेड़े भी मिडिल ईस्ट पहले ही पहुंच चुके हैं अमेरिका ने ईरान और सीरिया के आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि अमेरिकी सैन्य विमान जमीन पर आ गिरा है। अभी यह पता नहीं लग सका है कि विमान कहां से उड़ान भर रहा था और यह हादसा क्यों हुआ। इसके कारणों की जांच की जा रही है। अमेरिकी यूरोपीय कमान (EUCOM) ने शनिवार को कहा कि पूर्वी भूमध्य सागर में ट्रेनिंग के बीच एक अमेरिकी सैन्य विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि EUCOM ने विमान का प्रकार और वह कहां से उड़ान भर रहा था यह नहीं बताया है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना के कारणों की जांच की जा रही है। इस दुर्घटना में 5 लोगों की मौत की खबर है।
सैन्य विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर किया यह बड़ा दावा
वैसे घटना से पहले ही अमेरिका ने इजरायल-हमास युद्ध को क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने से रोकने के प्रयासों के तहत क्षेत्र में युद्धपोत तैनात कर रखा है। EUCOM ने एक बयान में कहा है कि ’10 नवंबर की शाम को, पूर्वी भूमध्य सागर में प्रशिक्षण अभियान चला रहा एक अमेरिकी सैन्य विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और नीचे गिर गया।’ बयान में आगे कहा गया है कि ‘हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि विमान की उड़ान पूरी तरह से प्रशिक्षण से संबंधित थी और शत्रुतापूर्ण गतिविधि का कोई संकेत नहीं है। प्रशिक्षण घटना के कारण की फिलहाल जांच की जा रही है।’
दुर्घटना को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं
EUCOM ने आगे बयान में कहा कि प्रभावित परिवारों के सम्मान में, इसमें शामिल कर्मियों के बारे में कोई अन्य जानकारी जारी नहीं की जा सकती। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि विमान किस सैन्य सेवा का था। वायु सेना ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त स्क्वाड्रन भेजे हैं और यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड विमानवाहक पोत, जिसके बोर्ड पर कई विमान हैं, भी पूर्वी भूमध्य सागर में काम कर रहा है। बता दें कि हमास द्वारा 7 अक्टूबर को गाजा से सीमा पार हमला करने के बाद वाशिंगटन ने इजरायल को सैन्य सहायता दी और क्षेत्र में अपनी सेना बढ़ा दी। इसमें विमान वाहक और अन्य युद्धपोत शामिल थे।
अमेरिका ने आतंकी ठिकानों पर किया हमला
उधर, पिछले एक महीने से भी अधिक समय से इजराइल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है। इसी बीच खबर है कि अमेरिका ने सीरिया और ईरान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। हालांकि इससे पहले भी दो बार वो ऐसा कर चुका है। लेकिन इस बार यह कार्रवाई ठोस है। रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने जानकारी देते हुए कहा, अमेरिकी कर्मियों पर किए गए हमलों के जवाब में रविवार को सीरिया में ईरान से जुड़े दो ठिकानों पर हमला किया गया। अमेरिका की मिडिल ईस्ट में मौजूदगी सीरिया से लेकर ईरान के आतंकियों को रास नहीं आ रही है। इसलिए अमेरिकी कर्मियों पर भी हाल के समय में हमले होते रहे हैं। इसी के जवाब में अमेरिका ने जोरदार हमला किया है।