बिहार विधानसभा चुनाव होने में अब महज कुछ महीने बाकी हैं। बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है। सभी पार्टियों की अपनी- अपनी तैयारी है। इस बीच बिहार बीजेपी के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आ सकते हैं। अमित शाह का यह दौरा नए साल में होगा। इसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है।
भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नए साल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर बिहार आएंगे। अमित शाह का यह दौरा जनवरी के इस दौरान वे पटना साहिब गुरुद्वारा जाएंगे। नेताओं से मुलाकात करेंगे और संगठन चुनाव समेत तमाम राजनीतिक गतिविधियों पर भी प्लान तैयार करेंगे और इसी प्लान के अनुसार भाजपा आगे काम करेगी।
बताया जा रहा है कि, पिछले कुछ दिनों के अंदर अमित शाह ने जिस तरह के बयान दिए हैं उसके डैमेज कंट्रोल को लेकर बिहार आएंगे। ऐसा माना जाता है कि बिहार की राजनीति में कोई बात यदि कहीं जाती है तो उसका असर काफी व्यापक पैमाने पर होता है। इसकी वजह बिहार का लोकतंत्र का जननी होना भी है। इसके अलावा बिहार भाजपा में गुटबाजी इन दिनों चरम पर है। नेताओं में आपसी तालमेल का घोर अभाव दिखता है। ऐसे में हो सकता है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह इन नेताओं को सख्त निर्देश देने आ रहे हों।
भाजपा सूत्रों के अनुसार ,बीजेपी में अभी से विधानसभा को लेकर तैयारी शुरू है। चरणबद्ध तरीके से कार्यकर्ताओं को एकजुट किया जा रहा है। विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यक्रम करने वाली है। कार्यकर्ताओं और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की एक खास बैठक करने वाली है। बिहार में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को आशातीत सफलता नहीं मिली है। केंद्रीय नेतृत्व उसी समय से प्रदेश नेतृत्व पर एक अलग तरह का दबाव बनाए हुए है। प्रदेश में पार्टी की स्थिति को ठीक करने के लिए कई बड़े प्रयास करने की तैयारी है।
शाह विधानसभा उपचुनाव के परिणाम को 2025 में दोहराते हुए देखना चाहते हैं। अमित शाह बीजेपी नेताओं को खास सियासी टास्क देने के लिए आ रहे हैं। सूत्रों की मानें, तो बीजेपी के कई नेता सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्टिव दिख रहे हैं। वह पटना नहीं छोड़ते हैं। ऐसे नेताओं को उनके क्षेत्र में भेजे जाने का निर्देश दिया जाने वाला है। कई नेताओं को अपना क्षेत्र देखने का निर्देश दिया जाएगा ताकि भाजपा का काम आसन हो सकें।
इधर, प्रदेश बीजेपी को केंद्रीय नेतृत्व की ओर से अपना कील कांटा दुरुस्त करने को कह दिया गया है। बीजेपी के विधायकों के कामकाज का लेखा जोखा, बीजेपी नेताओं के क्षेत्र में भ्रमण का रिकॉर्ड, बीजेपी कोटे के मंत्रियों का काम का फइल तैयार करके रखने को कहा गया है। इन सभी बिंदुओं पर अमित शाह विचार करेंगे। इसके अलावा कुछ नया टास्क भी बिहार बीजेपी नेताओं को मिल सकता है। अमित शाह इस बार कड़े तेवर के साथ बिहार आने वाले हैं।