केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गोधरा कांड पर बनी फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि यह फिल्म साहस के साथ इकोसिस्टम को चुनौती देती है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीछे की सच्चाई को दिन के उजाले में उजागर करती है।
सच्चाई को कोई हमेशा के लिए अंधेरे में नहीं छिपा सकता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट किया, “कोई भी शक्तिशाली इकोसिस्टम चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, वह सच्चाई को हमेशा के लिए अंधेरे में नहीं छिपा सकता। फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ अद्वितीय साहस के साथ पारिस्थितिकी तंत्र को चुनौती देती है और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीछे की सच्चाई को दिन के उजाले में उजागर करती है।”
रामभक्तों से भरी ट्रेन में गोधरा स्टेशन पर किया गया था हमला
विक्रांत मैसी अभिनीत यह फिल्म गुजरात में 2002 में कारसेवकों से भरी साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में एक समुदाय विशेष के द्वारा आग लगाये जाने की घटना पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में टेंट में विराजमान रामलला के दर्शन कर अमदाबाद वापस लौट रहे रामभक्तों से भरी ट्रेन में गोधरा स्टेशन पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने साजिश रचकर हमला किया। इसके बाद पहले से लाए गए पेट्रोल छिड़ककर स्लीपर कोच नंबर एस 6 को आग के हवाले कर दिया। इस कोच में अयोध्या से लौट रहे राम भक्त थे, जिनमें से 59 रामभक्तों की जलकर मौत हो गई। इस भीषण और मर्माहत कर देने वाले अग्निकांड के बाद गुजरात में भीषण साम्प्रदायिक दंगे हुए थे।
गोधरा कांड पर जमकर नकारात्मक राजनीति की गई
गोधरा कांड पर राजनीति भी बहुत हुई और तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने आंतरिक जांच के बाद इसे रामभक्तों द्वारा रचा गया षड्यंत्र ही करार देने की कोशिश की। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुजरात दंगों के लिए विपक्षी दलों ने खलनायक की तरह पेश करने की कोशिश की। यही कारण है कि गोधरा कांड की सचाई सामने लाने का साहस दिखाने के लिए अमित शाह सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ जन साबरमती रिपोर्ट की तारीफ कर रहे हैं।