केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आ रहे हैं. नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद यह पहला दौरा है. बिहार में 40 सीट जीतने के लिए पार्टी जोर आजमाइश कर रही है. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औरंगाबाद, बेगूसराय और बेतिया का दौरा किया था. हालांकि यह सरकारी कार्यक्रम था. कई योजनाओं का उद्घाटन किया गया था. इसके पीएम ने जनसभा को संबोधित किया था।
भाजपा की नजर पिछड़ा अति पिछड़ा और ब्रह्मर्षी वोट बैंक पर है. अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य माने जाते हैं. शाह ने बिहार की कमान संभाल रखी है. बिहार के अंदर राजनीतिक समीकरण बदलने के बाद पहली बार गृह मंत्री बिहार दौरे पर आ रहे हैं. पालीगंज से बीजेपी के चाणक्य 3 लोकसभा की 12 विधानसभा को साधेंगे. इनमें 11 विधायक ओबीसी से है. पहली नजर पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र पर है, जहां 16 लाख वोटर को साधने की कोशिश करेंगे।
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के पालीगंज में गृह मंत्री अमित शाह पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को सम्मेलन के माध्यम से संबोधित करने जा रहे हैं. बड़ी संख्या में पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज से आने वाले लोगों को आमंत्रित किया गया है. पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के साथ साथ आरा जहानाबाद, पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से भी लोगों को बुलाया गया है।
बिहार में भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई है. कैलाशपति मिश्र के जरिए भाजपा भूमिहार वोट बैंक को साधने की कोशिश भी करेगी. गृह मंत्री अमित शाह पटना आईसीएआर परिसर में कैलाशपति मिश्र के प्रतिमा का अनावरण करेंगे।