उत्तर प्रदेश के हरदोई में छप्पर के नीच कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा था. फिलहाल मौके पर पहुंचे एडिशनल सीएमओ ने अस्पताल को छापा मार सीज कर दिया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के हरदोई में टीन शेड के नीचे अवैध अस्पताल चलाया जा रहा था. इसकी सूचना जैसे ही एडिशनल सीएमओ को मिली तो वह अस्पताल पहुंच गए, जहां जाकर उन्होंने अस्पताल पर छापा मारा और सीज कर दिया. वहीं, एसीएमओ ने मामले में कहा कि आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
हरदोई-लखनऊ नेशनल हाइवे पर कछौना कस्बे के पास कटियामऊ गांव के बाहर मुख्य मार्ग के किनारे एक फौजी ढाबा है. इसी ढाबे के बराबर में पीछे की ओर एक अस्पताल है, जिसका नाम है फौजी हॉस्पिटल. इस अस्पताल को टीन शेड के नीचे बनाया गया है.इसके बाहर तपतपाती गर्मी में छप्पर के नीचे कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा था.
अस्पताल पर मारा छापा
इनमें एक मरीज पूनम थी. पूनम के पति के मुताबिक, कैंसर के नाम पर उनसे हर महीने 30 हजार रुपये लिए जा रहे थे. इसके अलावा दवाई के पैसे भी अलग से लिए जा रहे थे. इसकी जानकारी किसी स्थानीय ने डिप्टी सीएमओ मनोज कुमार को दी.इस अस्पताल की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. अस्पताल की जांच के लिए तुरंत निर्देश दिए गए,जिसके बाद डिप्टी सीएमओ मनोज कुमार सिंह ने सीएचसी के अधिक्षक डॉक्टर किसलय वाजपेयी के नेतृत्व में अस्पताल पहुंच गई, जहां का नजारा देख वे दंग रह गए. उन्होंने देखा कि अस्पताल के नाम पर यहां कुछ दीवारें खड़ीं हैं. इसके बाद अस्पताल पर छापा मारा गया.उनके मुताबिक, वहां मरीज मौजूद था, जिससे उन्होंने पूछताछ की और उसके बाद अस्पताल को सीज कर दिया गया. वहीं, मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना एंबुलेंस से भिजवाया.
आगे की कार्रवाई जारी
लेकिन इस दौरान अस्पताल का संचालक वहां से भाग निकला. वहीं, इस मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रोहिताश्व कुमार ने बताया कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. साथ ही जिस नोडल अधिकारी की ओर से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कराया गया था, उससे जवाब तलब करने की कोशिश जारी है.