लालू परिवार के बेहद करीबी विधायक ने अपराध कर अकूत संपत्ति बनायी

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लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक अरूण यादव और उनकी विधायक पत्नी किरण देवी पर ईडी की गाज गिरी है. ईडी ने अरूण यादव के साथ साथ उनकी पत्नी किरण देवी, दोनों बेटे राजेश कुमार और दीपू सिंह की 46 संपत्तियों को जब्त कर लिया है. ईडी ने इस परिववार के बैंक खाते को भी सीज कर लिया है, जिसमें 2 करोड़ 5 लाख रूपये जमा है. ये वही अरूण यादव हैं जिन्होंने पटना में राबड़ी देवी से करोड़ों में 4 फ्लैट खरीदे थे.

21 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त 

ईडी ने अरुण यादव और उनकी पत्नी किरण देवी, बेटे  राजेश कुमार और  दीपू के अलावा उनकी कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की करीब 21 करोड़ 37 लाख रूपये की संपत्ति जब्त की है. जांच एजेंसी ने 19 करोड़ 32 लाख रुपये के 46  मकान औऱ जमीन के साथ साथ बैंक खातों में जमा 2 करोड़ 05 लाख रुपये जब्त किया है. जब्त किये गये जमीन और मकान भोजपुर जिले के अगियांव गांव और पटना  के पॉश इलाकों में स्थित हैं.

जघन्य अपराध कर अकूत संपत्ति बनायी

ईडी की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले अरूण यादव ने जघन्य अपराध करने के साथ साथ बालू के अवैध कारोबार से अकूत संपत्ति बनायी है. ईडी की जांच में पता चला है कि 2014 से 2023 तक अरुण यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने नगद पैसे देकर जमीन के 40 प्लॉट खरीदे. अरूण यादव ने दानापुर में 4 फ्लैट खरीदे जिसका मूल्य करीब 2 करोड़ 56 लाख रूपये है. अरूण यादव के परिवार ने पटना के सबसे पॉश इलाके  पाटलिपुत्र कॉलोनी में एक कमर्शियल जमीन भी खरीदी जिसका मूल्य करीब साढ़े तीन करोड़ रूपये है. इन सारी प्रापर्टी को खरीदने के लिए अरूण यादव ने जमकर ब्लैक मनी का उपयोग किया.

गांव में बनवाया 11 करोड़ का महल

ईडी की ओर से जानकारी दी गयी है कि आरोप है कि जघन्य अपराधों और बालू के अवैध कारोबार में शामिल अरूण यादव ने अकूत संपत्ति बनायी. अरुण यादव ने अपने गांव अगियांव में विशाल महल के जैसा बंगला भी बनवाया है, जिसकी कीमत 11 करोड़ रूपये से ज्यादा है. ईडी की जांच में यह भी पता चला है कि अरुण यादव बिहार के औरंगाबाद और रोहतास जिलों में अवैध बालू खनन में सक्रिय सिंडिकेट के अहम सदस्य थे.

20 करोड़ नगद खाते में जमा किये 

जांच में पता चला अरुण यादव और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 8 करोड़ 18 लाख रूपये जमा किये गये. वहीं, उनकी कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के खाते में लगभग 11 करोड़ 80 लाख रुपये जमा किये गये. ईडी कह रही है कि अरूण यादव के पास इसका कोई जवाब नहीं  है कि ये पैसे कहां से आये और उन्हें बैंक खाते में कैसे ट्रांसफर किया गया. ईडी के मुताबिक अरुण यादव ने अपने परिवार के सदस्यों और कंपनी के नाम पर 39 करोड़ 31 लाख रुपये  की भारी संपत्ति अर्जित की है. उनका जो आय का श्रोत है, उससे ये संपत्ति कई गुणा ज्यादा है.

बिहार पुलिस की सूचना पर ईडी ने की जांच

दरअसल, बिहार पुलिस ने अरुण यादव और दूसरों के खिलाफ अवैध बालू खनन समेत दूसरे मामलों में एफआईआर किया था. उसके बाद पैसे के अवैध लेन-देन के लिए ईडी से जांच की सिफारिश की गयी थी. ईडी ने बिहार पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर अरूण यादव के खिलाफ जांच-पड़ताल शुरू की थी.

ईडी कह रही है कि अरुण यादव और उनकी पत्नी किरण देवी 2015 से लेकर आज तक सार्वजनिक पद पर हैं. दोनों भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. ईडी की जांच से पता चला है कि अरुण यादव ने आपराधिक गतिविधियों में शामिल होकर और अपने पद का दुरुपयोग करके भारी मात्रा में अपराध से आय अर्जित की है. अपराध के पैसे को नकदी के माध्यम से संपत्ति खरीदने में,  आलीशान घर बनाने में और अपने बैंक खातों में जमा करने में छिपाया. अरूण यादव ने अवैध सपंत्ति को छिपाने के लिए अपनी कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का भी दुरुपयोग किया.