गाडोल कोकरनाग इलाके में आज इस ऑपरेशन के सांतवे दिन सेना के लापता सिपाही प्रदीप सिंह के शव की बरामदगी हुई, जिसके बाद फोर्स को ऑपरेशन पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। अनंतनाग ऑपरेशन में पहले दिन ही सिपाही प्रदीप सिंह (27) लापता हो गया था। काफी ढूंढने के बाद ड्रोन की मदद से 19 सितंबर को सिपाही प्रदीप सिंह के शव का पता चल पाया, जिसके बाद शाम 5 बजे शहीद सैनिक का शव मिला।
19 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे प्रदीप सिंह
भारतीय जवान प्रदीप सिंह पंजाब के पटियाला के सदर समाना तहसील के बलमगढ़ गांव का रहने वाला था। सिपाही प्रदीप सिंह, जो 19 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे।
LG मनोज सिन्हा ने दी शहीद को श्रद्धांजली
श्रीनगर बीबीकैंट के आर्मी कोर हेड कुत्र में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने सेना और पोलीस के कमांडरों के साथ शहीद प्रदीप सिंह को श्रद्धांजली दी। इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को उसके घर भेज दिया गया।
हो सकती है मीडिया ब्रीफिंग
सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन पूरा होने के बाद आज एक मीडिया ब्रीफिंग होने की संभावना है। सेना की 15वी कोर के कमांडर राजीव घई, डीजीपी विजय कुमार बाकी अफसरों के साथ खुद आपरेशन का जायज़ा लेने के लिऐ गाडोल कोकरनाग पहुंच चुके है।
सबसे लंबा आतंक विरोधी अभियान
गडोल का ये आतंक विरोधी अभियान पिछले दो दशकों में घाटी का सबसे लंबा आतंक विरोधी अभियान साबित हुआ है। अब तक इस ऑपरेशन में सेना और पुलिस के तीन अफसर और एक जवान शहीद हो गए हैं। जिनमें सेना के कर्नल, मेजर, जम्मू-कश्मीर पोलीस डीएसपी और सेना का जवान शामिल है।
डीएनए टेस्ट
वहीं, मुठभेड़ के 6वें दिन घटनास्थल पर बनी गुफा के पास एक और जला हुआ शव बरामद हुआ है, कहा जा रहा है कि यह आतंकवादी का शव हो सकता है और उसकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए उसके डीएनए टेस्ट करवाया जा सकता है उसके शव को पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) श्रीनगर ले जाया गया हैं जहां ये टेस्ट होगा।