आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण एक बार फिर सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। इस बार इसकी वजह उनकी छोटी बेटी पलिना अंजनी कोनिडेला बनी है। साउथ स्टार की छोटी बेटी पलिना अंजनी कोनिडेला ने मंदिर के रीति-रिवाजों के अनुसार तिरुमाला में घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। टीटीडी में यह प्रथा है कि भगवान वेंकटेश्वर की पूजा करने के लिए तिरुमाला आने वाले किसी भी गैर हिंदू को हिंदू धर्म में विश्वास व्यक्त करते हुए घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करना होता है। लिहाजा पवन की बेटी ने गेस्ट हाउस में घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए।
दरअसल, पवन कल्याण की बेटी अभी नाबालिग है, इसलिए पवन कल्याण ने भी इस पर हस्ताक्षर किए। वे भगवान की पूजा करेंगे। पवन अपने 12 दिवसीय प्रायश्चित दीक्षा (तपस्या) के समापन के भाग के रूप में अलीपीरी पगडंडी पर पैदल चलकर मंगलवार रात तिरुमाला पहुंचे। कहने की जरूरत नहीं कि पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने घोषणा विवाद के बाद हाल ही में अपना तिरुमाला दौरा रद्द कर दिया था।
मालूम हो कि, तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू विवाद के बाद अभिनेता से राजनेता बने पवन कल्याण ने 11 दिन की प्रायश्चित दीक्षा ली। इस सिलसिले में आंध्र प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री पवन कल्याण 1 अक्टूबर की देर रात तिरुमाला मंदिर पहुंचे। वह 35000 सीढ़ियां नंगे पैर चढ़कर मंदिर तक गए। इस दौरान डिप्टी सीएम का वीडियो और फोटोज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जहां वह हांफते दिख रहे हैं।
बता दें कि वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मामले में खूब राजनीति गरम रही। साउथ ही नहीं देशभर में इन खबरों ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। इस बीच 22 सितंबर को पवन कल्याण ने 11 दिन की प्रायश्चित दीक्षा लेने का संकल्प किया था। उन्होंने कहा था कि वह बहुत दर्द और दुख से गुजर रहे हैं कि इतनी बड़ी बात का वह पहले पता क्यों नहीं कर पा रहे.ऐसे में वह प्रायश्चित कर रहे हैं।