तेलंगाना चुनाव के बीच आधी रात आंध्र प्रदेश ने खोला नागार्जुन सागर बांध का गेट, 18 द्वारों पर किया कब्जा
गुरुवार को तेलंगाना चुनावों को लेकर सरगर्मी जारी थी। वहीं, दूसरी तरफ नागार्जुन सागर बांध को लेकर दोनों राज्य की सरकारों के बीच तनातनी चल रही थी। जानकारी के अनुसार, आंध्र प्रदेश सरकार ने कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर बांध के आधे हिस्से पर नियंत्रण कर लिया और पानी छोड़ दिया। बता दें कि 2014 में जब तेलंगाना आंध्र प्रदेश से अलग होकर बना, तब से दोनों राज्यों में बांध को लेकर विवाद चल रहा है। तेलंगाना की के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार ने आंध्र प्रदेश के वाईएसआरसीपी शासन द्वारा बांध के हिस्से पर कब्जा करने और बैरिकेडिंग करने के कदम के खिलाफ कृष्णा नदी प्रबंधन बोर्ड (केआरएमबी) से शिकायत की है।
400 पुलिसकर्मी रात 1 बजे बांध में घुस गए
केआरएमबी दोनों राज्यों को पानी आवंटित करता है। राज्य के सिंचाई अधिकारियों के साथ आंध्र प्रदेश पुलिस के लगभग 400 पुलिसकर्मी गुरुवार को लगभग 1 बजे बांध में घुस गए, जिससे चुनाव प्रचार व्यस्त तेलंगाना पुलिस हैरान रह गई और इसके 36 द्वारों में से आधे पर नियंत्रण कर लिया। जब तेलंगाना के अधिकारी और नलगोंडा के कुछ पुलिसकर्मी बांध पर पहुंचे, तो एपी अधिकारियों के साथ बहस शुरू हो गई। लेकिन जब आंध्र प्रदेश के अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि वे अपनी सरकार के निर्देशों पर कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं, तो तेलंगाना के अधिकारी वापस लौट आए।
In a midnight operation hours before Telangana went to the polls on Thursday, the Andhra Pradesh government took control of half of Nagarjuna Sagar dam on the Krishna river and released water to its side#Telangana #AndhraPradesh #NagarjunaSagardam pic.twitter.com/aFLLhPKkBU
— Khursheed Baig (@khursheed_09) December 1, 2023
आंध्र प्रदेश अधिकारी भी कथित तौर पर तेलंगाना से वाहनों को अनुमति नहीं दे रहे थे, जब तक कि वे राज्य के पते के साथ आधार कार्ड नहीं दिखाते। तेलंगाना के अधिकारियों ने कहा कि आंध्र प्रदेश द्वारा तीन साल पहले भी इसी तरह का प्रयास किया गया था लेकिन इसे विफल कर दिया गया था। हमारी जानकारी यह है कि आंध्र प्रदेश सरकार 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ रही है। उन्होंने नियामक द्वारों के लिए अलग बिजली लाइनें प्रदान की हैं। इसका मतलब है कि आंध्र प्रदेश पिछले कुछ हफ्तों से इसकी योजना बना रहा है। सीएम केसीआर के कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ एक स्वचालित प्रवेश द्वार को भी नुकसान पहुंचाया है।
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