श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को एक और चीते की मौत की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि चीते तेजस की आपसी संघर्ष में चीते की मौत हुई है। क्योंकि उसकी गर्दन पर घाव था। मृतक चीते तेजस का पोस्टमार्टम बुधवार को सुबह किया जाएगा, जिसके बाद ही स्थिति क्लीलयर होगी।
सुबह 11 बजे मिली खबर
वन विभाग ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि आज दिनांक 11/07/2023 को सुबह लगभग 11:00 बजे मॉनिटरिंग टीम द्वारा नर चीता तेजस (बोमा क्रमांक 6) की गरदन के ऊपरी हिस्से में चोट के निशान देखे गये। इसकी सूचना मॉनिटरिंग टीम द्वारा पालपुर मुख्यालय पर उपस्थित वन्य प्राणी चिकित्सकों को दी गई। वन्य प्राणी चिकित्सकों द्वारा मौक़े पर जा कर तेजस चीते का मुआयना किया एवं प्रथम दृष्टया घावों को गंभीर पाया।
तेजस को बेहोश कर उपचार करने हेतु अनुमति प्राप्त कर तैयारी के साथ चिकित्सकों का दल मौकर पर रवाना हुआ। लेकिन मौके पर लगभग 2 बजे नर चीता तेजस मृत पाया गया। चीता तेजस को लगी चोटों के संबंध में जांच की जा रही है। पोस्ट मॉर्टम के पश्चात मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सकेगा ।
4 महीने में 3 शावकों समेत 7 चीतों की हुई मौत
फिलहाल इस चीते की मौत के बाद पिछले चार महीनों में 3 शावकों समेत 7 चीतों की मौत हो चुकी है। जिससे कूनो नेशनल पार्क में चीतों को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। क्योंकि इससे पहले तीन शावकों की मौत हुई थी, जबकि एक-एक कर तीन चीतों ने भी दम तोड़ दिया था। जिसमें दो चीते आपसी संघर्ष में घायल हुए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई थी। आपको बता दें कि चीतों की लगातार मौत का सिलसिला अभी थमा नहीं है। जबकि चीतों को बचाने नेशनल टाइगर अथॉरिटी ने 11 सदस्यीय चीता स्टीयरिंग कमेटी भी बनाई है।
अब बचे 16 चीते
बता दें कि 17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी के जन्मदिन पर नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। इस तरह कूनो में कुल 20 चीते हो गए थे। जबकि एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कुल 20 चीतों में से चार की मौत जाने पर अब 16 चीते ही कूनो नेशनल पार्क में बचे है। जबकि चार शावकों में से भी तीन शावकों की मौत हो चुकी है। जिनमें अब केवल एक ही शावक जिंदा बचा है। इस तरह से कूनो में 16 चीते और एक शावक बचा हुआ है।