उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद सोमवार को एक बार फिर से आगजनी और तोड़फोड़ की गई। कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई। बाइक के शोरूम और एक अस्पताल में आग लगा दी गई है। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। दवाइयों को जला दिया गया है। मामले को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने मार्च किया। अगल बगल इलाके की पुलिस को भी बुला लिया गया है।
इस मामले में मौके पर गृह सचिव संजीव गुप्ता और एडीजी (कानून-व्यवस्था) और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को भेजा गया है। फिलहाल 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने दंगाइयों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ताजा हालात पर रिपोर्ट मांगी है। अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए कहा है। डीएम मोनिका रानी ने कहा कि हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सोमवार को हिंसा में मारे गए युवक के शव को लेकर भीड़ निकली तो पुलिस ने रास्ते में रोका। ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ सड़कों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
इस दौरान भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी साथ थे। पुलिस ने समझाया तो परिवार शव लेकर घर चला गया। लेकिन भीड़ आक्रोशित हो गई। उन्होंने महसी तहसील की मेन मार्केट में आगजनी की।
मृतक गोपाल के भाई वैभव मिश्रा ने कहा कि हम लोग मूर्ति ले जाकर जा रहे थे। इसी दौरान अब्दुल हमीद के घर से अचानक पथराव शुरू हो गया। वहां पर पुलिस थी, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। हमारे बड़े भाई ने आगे बढ़कर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन लोगों को धक्का देकर अंदर कर दिया। इस दौरान 15 से 20 गोलियां चलीं। पुलिस ने हम लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। हम चाहते हैं, थाना पुलिस पर कार्रवाई हो।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश की शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा। प्रदेश के उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों को क़ानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।
इससे पहले, बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव है।
गौरतलब हो कि बहराइच में महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो दूसरे समुदाय के लोगों ने रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। उसे बचाने पहुंचे राजन भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना का पूरे जिले में विरोध शुरू हो गया। विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के पास जाम लगा प्रदर्शन शुरू कर दिया। बहराइच-लखनऊ हाईवे भी जाम कर दिया गया। इसके विरोध में प्रदर्शन के साथ आगजनी और पथराव हुआ था।