आगामी चुनावों से पहले आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) को एक और झटका देते हुए, नरसरावपेट के सांसद लावु श्री कृष्ण देवरायलु ने मंगलवार को पार्टी के साथ-साथ संसद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने घोषणा की कि पार्टी में हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर उन्होंने वाईएसआरसीपी की प्राथमिक सदस्यता और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
पिछले चुनाव में वह भारी बहुमत से चुने गए थे देवरायलु
देवरायलु ने कहा कि वाईएसआरसीपी में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है और स्पष्ट किया कि वह इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी आगामी चुनावों में किसी अन्य नेता को उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। यह याद करते हुए कि पिछले चुनाव में वह भारी बहुमत से चुने गए थे, उन्होंने दावा किया कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
15 दिन में 3 सांसदों ने छोड़ी पार्टी
बता दें कि पिछले 15 दिन में पार्टी छोड़ने की घोषणा करने वाले वह सत्तारूढ़ दल के तीसरे सांसद हैं। उनके तेलुगु देशम पार्टी (TDP) में शामिल होने की संभावना है। इससे पहले कुरनूल से सांसद संजीव कुमार और मछलीपट्टनम से सांसद वल्लभानेनी बालाशोवरी ने पार्टी छोड़ दी थी। बालाशोवरी ने अभिनय से राजनीति में आये पवन कल्याण की जन सेना पार्टी में शामिल होने की घोषणा की है।
इसलिए शुरू हुआ इस्तीफों का सिलसिला
वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी द्वारा किए गए बदलाव से संसद और विधानसभा क्षेत्रों तक के प्रभारियों को बदलने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी में इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ अप्रैल-मई में होने की संभावना है। वाईएसआरसीपी ने 2019 में 175 सदस्यीय विधानसभा में 151 सीटें हासिल की थीं और 25 लोकसभा सीटों में से 22 जीती थीं।