बिहार के गोपालगंज में हर साल गंडक नदी के कटाव से ना जाने कितने ही लोग बेघर हो जाते है. साथ ही बाढ़ की तबाही और कटाव का दंश दियारा वासियों को झेलना पड़ता है. इसको देखते हुए जल संसाधन और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बाढ़ के पूर्व कटावरोधी कार्य किया जा रहा है।
बाढ़ से मिलेगी निजात: दरअसल, गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित इलाका माना जाता है. बाढ़ की विभीषिका से जिले के छः प्रखंड प्रभावित होते है. ऐसे में बाढ़ से लोगों को निजात दिलाने के लिए जल संसाधन और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बांध की मरमती और कटाव रोधी कार्य छः प्रखंड के विभिन्न बाढ़ इलाकों में किया जा रहा है. ताकि गंडक की तेज धारा से बांध को बचाया जा सके।
कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे जेई: वहीं, इसको लेकर जल संसाधन और बाढ़ नियंत्रण विभाग के जेई वीरेंद्र विक्रम और एसडीओ नेहा कुमारी ने चल रहे कार्य का निरीक्षण किया. इस संदर्भ में जेई वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि टंडसपूर डुमरिया स्थित सलेमपुर टंडसपुर छरकी बांध को मजबूत करने के लिए दो कंपनी काम कर रही है, जिसमें ब्रजधारी कुमार और आदित्य टेक्नोक्रेट प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया गया है।
170 मजदूरों को लगाया गया: उन्होंने बताया कि दोनों कंपनियों द्वारा साढ़े चार करोड़ के लागत से डेढ़ किलोमीटर एरिया में काम कराया जा रहा है, जिसमे गैबियन एनसी का बेस बनाकर उसपर से गैबियन जियो ट्यूब का कार्य के साथ क्षतिग्रस्त स्टर्ड की मरमती का कार्य किया जा रहा है. इसमें 170 मजदूरों को लगाए गए है।
“इस काम को करने के लिए दो कंपनी को टेंडर किया गया है. दोनों कंपनियों द्वारा साढ़े चार करोड़ के लागत से डेढ़ किलोमीटर एरिया में काम कराया जा रहा है. आचार संहिता के कारण टेंडर में देरी हुई थी. 24 अप्रैल को टेंडर हुआ और कार्य शुरू किए गए. 15 मई तक कार्य पूरा होना था. अब 7 जून तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा.” – वीरेंद्र विक्रम, जेई
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