बिहार के नवादा में चर्चित भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के साथ बदसुलूकी और मारपीट की गई है. जिसको लेकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. मामला जिले के वारिसलीगंज थानाक्षेत्र के नारोमुरार गांव का है. जहां सोमवार की रात दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गायिका के साथ अभद्रता की गई है. उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ स्थानीय थाने में अभद्र व्यवहार और मारपीट की शिकायत दर्ज करायी गयी है. थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है.
अनुपमा ने मुखिया पर दर्ज कराई प्राथमिकी: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के गोरखनाथ रसूलपुर गांव निवासी भोजपुरी गायिका अनुपमा यादव ने वारिसलीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने कुटरी पंचायत के मुखिया अभिनव आनंद समेत पूजा समिति के अन्य सदस्यों को आरोपी बनाया है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि कार्यक्रम समाप्त कर जब वह लौटने लगी, तब आरोपियों ने अभद्र व्यवहार किया और मारपीट की. इसी क्रम में मेरा कपड़ा फट गया.
“मैं जब कार्यक्रम खत्म कर लौट रही थी, तभी कुटरी पंचायत के मुखिया अभिनव आनंद और उनके साथ मौजूद लोगों ने मेरे साथ बदसलूकी की. विरोध करने पर मारपीट करने लगे. इसी क्रम में मेरे कपड़े फट गए और मैं बेपर्द हो गयी. मारपीट के दौरान अन्य सहयोगी भी जख्मी हो गए. जिनका इलाज स्थानीय सीएचसी में कराया गया है.”- अनुपमा यादव, भोजपुरी सिंगर
15 अक्टूबर को हुआ था कार्यक्रम: प्राथमिकी में कलाकारों के गले की चेन छीन लेने और वाहन का शीशा तोड़कर नुकसान पहुंचाने की बात भी कही गयी है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि कार्यक्रम का साटा मुखिया द्वारा मोबाइल के माध्यम से 31 अगस्त, 2024 को किया था. जिसके तहत बीती रात्रि कार्यक्रम पेश कर 15 अक्टूबर को 3.40 बजे कार्यक्रम समाप्त कर लौटने पर लोगों द्वारा अभद्रता की गयी.
मुखिया का मारपीट से इंकार: वहीं दूसरी ओर मुखिया अभिनव आनंद ने कहा है कि मुझ पर लगाया गया आरोप निराधार है. निर्धारित समय से नहीं आने और महज साढ़े तीन घंटे में दो-तीन गीत गाकर थकान का हवाला देकर समय से पहले कलाकार अनुपमा द्वारा कार्यक्रम बंद कर दिया गया, जिसके कारण दर्शक उग्र हो गए. मौके पर मुखिया द्वारा उग्र लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराने के साथ सभी कलाकारों को सुरक्षित वाहन तक पहुंचाने का कार्य किया गया. इसके बावजूद मुझे आरोपी बनाया गया, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.
“अनुपमा यादव अपनी गलती को छुपा रही है. लोगों को ठगी करने की कोशिश करती है. पैसा ले लेती है लेकिन समय पर नहीं पहुंचती है. हमारे गांव में दुर्गा पूजा समिति की ओर से उसका बुकिंग था लेकिन वह 9 बजे के बदले साढ़े 11 बजे आई. मात्र दो गाना गाकर थकी हुई बोलकर बैठ गई. ढाई बजे उठी और चली गई. उसके साथ कोई अभद्रता नहीं हुई है. हम उसको सुरक्षित गाड़ी में बिठाए हैं.”- अभिनव आनंद, मुखिया, कुटरी पंचायत
अनुपमा के खिलाफ एससी-एसटी थाने में केस:दूसरी तरफ अनुपमा यादव पर भी एससी-एसटी थाने में केस दर्ज हुआ है. असल में आरोप है कि कार्यक्रम बंद किए जाने के बाद हो रहे हंगामा का बीच-बचाव कर रहे नरोमुरार ग्रामीण वरुण पासवान के साथ कलाकारों द्वारा जाति सूचक शब्द का गया. साथ ही मारपीट कर गुप्तांग को जख्मी कर दिया गया, जिसका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है. घायल ने अपने आवेदन में अनुपमा यादव सहित अन्य के विरुद्ध एससी-एसटी थाना नवादा में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.