भारत की सीमा चीन, पाकिस्तान, म्यांमार, बांग्लादेश समेत कई देशों से लगती है। इस कारण सीमाओं पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है। पाकिस्तान के अलावा बीते कुछ समय से चीन से लगती सीमा पर भी सेना ने कड़ा पहरा बनाया हुआ है। ऐसे समय में देश की थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भारत की विभिन्न सीमाओं को लेकर सुरक्षा अपडेट जारी किया है। आइए जानते हैं क्या है देश की सीमाओं का हाल।
उत्तरी सीमा का क्या है हाल?
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बताया है कि भारती की उत्तरी सीमा पर स्थिर और संवेदनशील दोनों तरह की ही स्थिति देखी जा रही है। उन्होंने बताया है कि इस क्षेत्र में सेना की भारी मौजूदगी है और किसी भी तरह के ऑपरेशन के लिए सेना की तैयारी पूरी तरह से उच्च स्तर पर है। सेना प्रमुख ने बताया है कि तैयारी के साथ ही विभिन्न नुद्दों पर सैन्य स्तर और राजनयिक स्तर पर बातचीत भी लगातार जारी है। पूर्वी लद्दाख पर सेना प्रमुख जनरल पांडे ने कहा है कि हमारे पास किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त रक्षा बल हैं।
जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश जारी
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर में लगातार घुसपैठ की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रग्स की तस्करी और ड्रोन का इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही थी लेकिन सेना इसे नाकाम कर रही है। उन्होंने कहा कि राजौरी और पुंछ में आतंकियों को पड़ोसियों से मदद मिल रही है और अंदरूनी इलाकों में भी उनके प्रॉक्सी से मदद मिल रही है। लेकिन इस स्थिति से परे यहां सामान्य पर्यटक अधिक संख्या में हैं।
मणिपुर में क्या है हालात?
सेना प्रमुख ने पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में बीते कई महीनों से जारी हिंसा और वहां के हालात को लेकर भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि मणिपुर में हिंसा देखी जा रही है लेकिन भारतीय सेना और असम राइफल के संयुक्त प्रयास से स्थिति स्थिर हो रही है। वहां पर हालात सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं।
म्यांमार सीमा चिंता का विषय
सेना प्रमुख ने बताया है कि भूटान और भारत साझा सुरक्षा चिंता साझा करते हैं। हम उनके संपर्क में हैं और सैन्य दृष्टि से संबंध अब अच्छे हैं। लेकिन भारत-म्यांमार सीमा की स्थिति प्रमुख चिंता का विषय है। विद्रोही समूह भी म्यांमार को पार करने और मणिपुर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं। असम राइफल की 20 बटालियन को वहां रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा की स्थिति पर लगातार विचार किया जा रहा है।
महिला अधिकारियों पर भी अपडेट
सेना प्रमुख ने बताया है कि अलग-अलग रैंक में 120 महिला अधिकारी सेना में कमांडिंग ऑफिसर के तौर पर भूमिका निभा रही हैं। इसके अलावा सेना प्रमुख ने कहा कि हमारे लिए राष्ट्रीय हित सर्वोपरि बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि विघटनकारी तकनीक अब रणनीतिक प्रतिस्पर्धा का नया क्षेत्र बन गई हैं। इसे देखते हुए सेना में भी तकनीक और बुनियादी ढांचे का विकास उच्च स्तर पर है।