पटना। सब्जी उत्पादक किसानों को उचित दाम मिले। इसके लिए उन्हें बाजार उपलब्ध कराया जाएं। वेजफेड की समीक्षा करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में पाया गया कि संघ तथा प्रखंडस्तरीय सब्जी उत्पादक सहयोग समिति के स्तर पर विपणन की व्यवस्था का अभाव है। योजना के अनुसार राज्य में लगभग 150 विपणन केन्द्र खोला जाना था, किंतु यह अभी पूरा नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि राज्य में सुधा डेयरी प्रोडक्ट के स्टॉलों पर तरकारी के आउटलेट की व्यवस्था कराई जाए। एक ही स्थान पर सब्जी तथा दूध उत्पादों को खोलने से ग्राहकों को भी क्रय करने के लिए निर्धारित स्थान पर सामग्री प्राप्त हो जाएंगी।
वेजफेड प्रबंध निदेशक प्रभात कुमार ने बताया कि स्थानीय स्तर पर सब्जी भंडारण की व्यवस्था करने की जरूरत है। साथ ही सब्जी उत्पादक किसानों को खेती के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अब तक 61 पीवीसीएस में कंप्यूटर, मापतौल मशीन, प्लास्टिक क्रेट आदि आवश्यक सामग्रियां खरीदने के लिए राशि दी गई है। 25 पीवीसीएस में एक करोड़ चौदह लाख प्रति पीवीसीएस की दर से कोल्ड स्टोरेज ग्रामीण मंडी का निर्माण किया जा रहा है। निबंधक सहयोग इनायत खान ने विभाग की ऑनलाइन तरकारी एप के व्यापक उपयोग की जरूरत बताई। बैठक में निबंधक इनायत खान, अपर सचिव अभय कुमार सिंह, अपर निबंधक प्रभात कुमार, राज्य सहकारी बैंक एमडी मनोज कुमार सिंह, संयुक्त निबंधक ललन शर्मा आदि मौजूद रहे।