अशोक चौधरी ने मंत्री विजय चौधरी पर निशाना साधा
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में वैसे तो पहले से ही नेताओं के बीच एक दूसरे से निपटने की होड़ मची थी, लेकिन अब बात बढ़ती जा रही है. विवादों में घिरे मंत्री अशोक चौधरी ने आज अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया. मीडिया के सामने अशोक चौधरी ने कह दिया-बाढ़ को लेकर सरकार को और सतर्क रहना चाहिये था. अंदर की बात ये है कि अशोक चौधरी ने सरकार पर नहीं बल्कि नीतीश के सबसे करीबी माने जाने वाले मंत्री विजय चौधरी पर निशाना साधा है.
क्या बोले अशोक चौधरी
दुबई से लौटे मंत्री अशोक चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बिहार में आयी बाढ़ पर बात की. अशोक चौधरी ने कहा- अगर जल संसाधन विभाग और हमलोग थोड़ा और चौकस रहते तो बाढ़ से बिहार में जो कुछ हुआ है वह नहीं होता. फिर भी हमारे माननीय नेता नीतीश कुमार सारे बाढ़ पीड़ितों को राहत दे रहे हैं और पैसा ट्रांसफर करने वाले हैं.
विजय चौधरी पर निशाना
बिहार में आयी बाढ़ पर पहले दिन से राज्य सरकार सफाई दे रही है. सरकार कह रही है कि नेपाल में भारी बारिश के कारण बिहार की नदियों में ऐसा उफान आया जैसे कई दशकों से नहीं आया था. फिर भी बिहार सरकार ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया. लेकिन अब अशोक चौधरी ने नयी बात कह दी. उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग अगर चौकस रहता तो ऐसी स्थिति नहीं आती.
दरअसल उनका निशाना बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी पर था. विजय चौधरी नीतीश कुमार के सबसे करीबी मंत्रियों में शामिल है. अशोक चौधरी ये जताना चाह रहे थे कि विजय चौधरी के विभाग का काम सही नहीं है. अगर काम सही होता तो बाढ़ की ऐसी स्थिति नहीं होती.
जेडीयू में जबरदस्त गुटबाजी
अशोक चौधरी का ये बता रहा है कि जेडीयू के अंदर क्या चल रहा है. जेडीयू सूत्र बताते हैं कि पार्टी के अंदर जबरदस्त गुटबाजी हो गयी है. विवादों में घिरे अशोक चौधरी ने अपना अलग गुट बना लिया है. वे अपने गुट में तीन मंत्रियों समेत 4-5 विधायकों को शामिल कर चुके हैं. कुछ दिनों पहले अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार के समर्थन में अखबारों में विज्ञापन छपवाया था, जिसमें अपने साथ साथ मंत्री मदन सहनी, जयंत राज और सुमित सिंह की भी तस्वीर लगवायी थी.
दूसरी ओर पार्टी नेताओं का बड़ा जमात अशोक चौधरी की कारगुजारियों से नाराज है. सूत्र बताते हैं कि जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा से लेकर मंत्री विजय चौधरी, विजेंद्र यादव जैसे नेताओं ने नीतीश कुमार के सामने अशोक चौधरी को लेकर अपनी आपत्ति जतायी है. केंद्रीय मंत्री ललन सिंह भी अशोक चौधरी से नाराज बताये जाते हैं लेकिन अशोक चौधरी उन्हें मनाने के लिए कई दफे उनके घर पर हाजिरी लगा चुके हैं.
नीतीश के कंट्रोल से बाहर जेडीयू
जेडीयू के कई नेताओं ने ऑफ द रिकार्ड बातचीत में ये माना कि पार्टी के अंदर जिस तरह से घमासान बढ़ रहा है, उससे स्थिति खराब होती जा रही है. सबसे बड़ी बात ये है कि नीतीश कुमार कुछ कर नहीं रहे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर ये घोषणा की थी कि वे मंत्री महेश्वर हजारी को ठीक कर देंगे. दरअसल महेश्वर हजारी ने अपने बेटे को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़वाया था. आरोप लगा था कि हजारी अपने बेटे के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. लेकिन चुनाव खत्म हुए चार महीने से ज्यादा हो चुके हैं औऱ महेश्वर हजारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
समता पार्टी के दौर से ही नीतीश कुमार के साथ जुड़े एक नेता ने फर्स्ट बिहार से कहा कि अब ये समझ में नहीं आ रहा है कि जेडीयू को चला कौन रहा है. तीन-चार लोगों का एक गुट हावी हो गया है. नीतीश कुमार कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं. उनको लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में तो पार्टी की स्थिति और खराब होती जायेगी.
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