जदयू के एनडीए का हिस्सा बनने की अटकलबाजियों के बीच शुक्रवार को नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया. पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जब पूछा गया था कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में आते हैं तो क्या उन्हें शामिल किया जाएगा? इस पर अमित शाह ने कहा था कि राजनीति जो और तो से नहीं चलती. अगर किसी का प्रस्ताव आएगा तो विचार किया जाएगा. उनकी इस टिप्पणी से नीतीश कुमार के एनडीए में जाने की खबरों को बल मिला है. शाह की इस टिप्पणी से जुड़े सवाल पर अशोक चौधरी ने सारी स्थिति साफ की.
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने कहा है कि प्रस्ताव आएगा तो विचार किया जायेगा. लेकिन उनके पास प्रस्ताव लेकर कौन जा रहा है. हम लोगो ने कोई प्रस्ताव नहीं दिया है. उन्होंने संकेत दिया कि नीतीश के एनडीए के साथ जाने की बातों का कोई मतलब नहीं है. जब जदयू ने एनडीए की ओर ऐसा कोई प्रस्ताव ही नहीं दिया है तो इस पर बातें कैसे हो सकती हैं. उन्होंने इन अटकलों को ख़ारिज किया.
साथ ही राजद विधायक भाई वीरेंद्र के बयान पर चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को सीएम और बड़ा नेता बनाया है. किसी के मेहरबानी से वह इतने बड़े नेता नहीं बने हैं. उन्होंने भाई वीरेंद्र का नाम लिए बिना राजद के ब्यानबाज नेताओं को खूब सुनाया. उन्होंने कहा कि हम लोग यानी जदयू कहीं नहीं जा रही है. नीतीश कुमार हमारी पूँजी हैं और नीतीश कुमार ने जो काम किया है उसके बारे में बिहार की जनता जानती है.
इस बीच, नीतीश कुमार से लालू यादव की हुई मुलाक़ात पर अशोक चौधरी ने कहा कि वे लोग हमारे गठबंधन के अंग हैं. इसलिए मिलना जुलना चलता रहता है. इसमें कोई नई बात नहीं है. हालंकि उन्होंने यह नहीं बताया कि नीतीश से लालू-तेजस्वी की हुई मुलाकात में क्या बातें हुई. सीट शेयरिंग सहित इंडिया से जुड़े अन्य मुद्दों पर क्या बातें हुई हैं इस पर उन्होंने कुछ भी बोलने से परहेज किया. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि एनडीए में भी सीट बँटवारा नहीं हो पा रहा है. उधर भी झगड़ा है.
प्राण प्रतिष्ठा दिन छुट्टी पर बोले
अयोध्या में नवनिर्मित राममंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन बीजेपी द्वारा सार्वजनिक छुट्टी की माँग पर अशोक चौधरी ने चुटकी ली. उन्होंने कहा कि अगर उनकी (भाजपा) सरकार आ जाए तो वह छुट्टी दे देंगे.