ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि राजद का काम झूठी बातों का प्रचार करना है।
शनिवार को उन्होंने अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए तीन वीडियो भी जारी किया। कहा कि इस वीडियो से लालू-तेजस्वी के दावों की हकीकत अवश्य सामने आ गई है। इसमें लालू प्रसाद स्वीकार कर रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में नीतीश कुमार की ही भूमिका रही है।
इसी तरह एक अन्य वीडियो में तेजस्वी यादव भी मान रहे हैं कि नीतीश कुमार ने ही शिक्षकों को नौकरी दी। गांधी मैदान में उन्होंने शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के अवसर पर सार्वजनिक रूप से इसे स्वीकार किया था।
इसी तरह तीसरे वीडियो में स्पष्ट है कि लालू प्रसाद ने पहल की थी। उन्होंने नीतीश कुमार को पहले फोन किया था। खुद लालू प्रसाद यादव कह रहे हैं कि सबसे पहले हमने नीतीश जी को फोन किया। नीतीश जी हमारे पास नहीं आए, बल्कि हमने पहले नीतीश जी को फोन किया। यह 2015 के पहले की बात है।
मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने भ्रमण के दौरान दावा किया था कि नीतीश कुमार दो-दो बार हमारे पास निवेदन करने आए थे। उन्होंने इसका वीडियो होने का भी दावा किया था। लेकिन, जो वीडियो जारी किया गया है उसमें हमारे नेता माइक को दोनों हाथ से पकड़े हैं। बहुत से लोग माइक को एक हाथ से तो कुछ दो हाथ से पकड़ते हैं। उस वीडियो में कहीं भी हमारे नेता निवेदन करते नजर नहीं आए। राजद के लोगों को शायद आग्रह और गिड़गिड़ाने का अंतर नहीं पता है।