राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिहार के अशोक कुमार विश्वास, सुरेन्द्र किशोर और पं. रामकुमार मल्लिक को नागरिक अलंकरण समारोह में पद्मश्री से सम्मानित किया। गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में अशोक कुमार विश्वास व पं. रामकुमार मल्लिक को कला और सुरेन्द्र किशोर को साहित्य व शिक्षा के क्षेत्र में इन्हें सम्मानित किया गया।
अशोक कुमार विश्वास का जन्म 3 अक्टूबर 1956 को रोहतास में हुआ। वे एक सम्पन्न लोक कलाकार हैं। उन्होंने बिहार के ग्रामीण और उप शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के उत्थान के लिए लोक चित्रकला के रूप में बदलाव लाते हुए उन्हें निशुल्क प्रशिक्षण दिया। उन्होंने मौर्यकालीन प्राचीन शिल्प टिकुली कला को पुनर्जीवित करने के लिए अपने जीवन के पांच दशक लगा दिए। पं. रामकुमार मल्लिक 500 वर्षों से चली आ रही दरभंगा की ध्रुपद परंपरा के सबसे पुराने संगीतकारों में से एक कलाकार हैं। 10 फरवरी 1957 को जन्मे पं. रामकुमार मल्लिक दरभंगा घराने (मल्लिक घराना) के विख्यात संगीत परिवार से हैं। वे इस संगीत वंश की 12 वीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। ध्रुपद संगीत में उनका प्रशिक्षण बहुत छोटी सी उम्र में उनके पिता स्व. पं. विदुर मल्लिक और दादा प्रसिद्ध ध्रुपद गायक स्व. पं. सुखदेव मल्लिक के मार्गदर्शन में शुरू हुआ। उन्हें ध्रुपद ही नहीं बल्कि खयाल, ठुमरी, दादरा, विद्यापति गीत के साथ-साथ भजन में भी महारत हासिल है। सुरेन्द्र किशोर प्रसिद्ध पत्रकार हैं। उनका जन्म 2 जनवरी 1947 को सारण जिले के भराहापुर गांव के एक किसान परिवार में हुआ। उन्होंने इतिहास में बीए (ऑनर्स) की डिग्री ली।
उन्होंने 1977 में मुख्यधारा की पत्रकारिता में प्रवेश किया। वे पिछले पांच दशकों से पत्रकारिता कर रहे हैं। इस दौरान ‘हिन्दुस्तान’ समेत कई पत्र-पत्रिकाओं में महत्वपूर्ण पद संभाले। उनके पास समृद्ध निजी पुस्तकालय और संदर्भ संग्रह है। वे अपनी विनम्रता, गांधीवादी सादगी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं।