बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने आने वाले दिनों में पदयात्रा की घोषणा की है। तेजस्वी यादव जाति आधारित गणना और विशेष पैकेज को लेकर पदयात्राकरेंगे। वहीं, तेजस्वी यादव की इस पद यात्रा को लेकर बिहार सरकार के मंत्री और नीतीश कुमार के करीबी कहे जाने वाले अशोक चौधरी ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया है।
अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी कभी भी दलितों और आदिवासियों की हितैषी नहीं रही है। ऐसे में एनडीए सरकार के खिलाफ तेजस्वी यादव जो राज्यव्यापी यात्रा शुरू करने वाले हैं। इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है।चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी 15 साल तक बिहार में सत्ता पर काबिज रहने के बाद भी पंचायतों में अनुसूचित जातियों और जनजातियों को आरक्षण देने में विफल रही।
इसके आगे उन्होंने कहा कि दलितों को उनका संवैधानिक अधिकार (पंचायत में आरक्षण) 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद ही मिला। उन्होंने कहा, आरजेडी कभी भी दलितों और आदिवासियों की हितैषी नहीं रही। नीतीश कुमार ने ही एससी और एसटी कल्याण के लिए विभाग बनाया था, जिसके लिए बड़ी मात्रा में बजटीय आवंटन किया जाता है।
बता दें कि, तेजस्वी यादव ने संवाददाता सम्मेलन में वंचित जातियों के लिए बढ़ाए गए आरक्षण को बहाल करने की नीतीश कुमार सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद हमारी पार्टी बिहार को विशेष दर्जा दिलाने में विफल रही। उन्होंने यह भी दावा किया था कि राज्य में अपराध तेजी से बढ़ रहा है।