यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर का ASI ने सर्वे शुरू कर दिया है। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ASI को सर्वे की रिपोर्ट 4 अगस्त तक सौंपनी है। गौरतलब है कि शनिवार 22 जुलाई को ही कोर्ट ने परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया था। जिसके तहत काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित मां श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मस्जिद मामले में विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर की पुरातात्विक जांच होगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, मामले की सुनवाई के दौरान हिंदू पक्ष के वकील का कहना था कि काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को पूरे मस्जिद परिसर की पुरातात्विक जांच द्वारा ही हल किया जा सकता है। जबकि मुस्लिम पक्ष एएसआई सर्वे का विरोध कर रहा था।
किसने क्या कहा?
हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा, ‘आज ज्ञानवापी सर्वे होगा, ये हमारे लिए अच्छी बात है। सर्वे की शुरुआत सुबह 7 बजे से होगी लेकिन ये कब तक चलेगा, कह नहीं सकते।’
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने कहा, ‘यह हमारे लिए हिंदू समुदाय और करोड़ों हिंदुओं के लिए एक बहुत ही गौरवशाली क्षण है। सर्वेक्षण ही इस ज्ञानवापी मुद्दे का एकमात्र संभावित समाधान है।’
ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, ‘हमें यकीन है कि पूरा परिसर मंदिर का ही है। सर्वेक्षण का परिणाम हमारे अनुकूल होगा।’
मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बायकॉट किया
मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बायकॉट किया है। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष के कुछ लोग और पहुंच गए हैं। अब अंदर मौजूद लोगों की संख्या 43 है। ASI की 30 लोगों की टीम अंदर मौजूद है। दिल्ली, लखनऊ, पटना और आगरा की ASI की टीमें शामिल हैं। दिल्ली टीम के असिस्टेंट डायरेक्टर टीम को लीड कर रहे हैं।
सर्वे में अब तक क्या हुआ?
शुरुआत के 2 घंटे फीता लेकर पूरे परिसर की पैमाइश की गई। ट्राइपॉड पर 4 अलग-अलग कैमरे लगाए गए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे परिसर की ईंट और पत्थर की लंबाई और चौड़ाई नापी गई। नींव के पास की मिट्टी का सैंपल लिया गया। चारों ओर की दीवार की वीडियो और फोटोग्राफी की गई। सीढ़ियों पर लगे पत्थर से भी सैंपल निकाले गए। फिलहाल ज्ञानवापी के सभी कमरों और दीवारों की वीडियो और फोटोग्राफी की जा रही है।