एक जवान को सर फोड़ दिया गया है. उसे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं, आरोपियों की धर-पकड़ के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है.
छिनतई की सूचना के बाद पहुंची थी पुलिस: दरअसल, पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि गांव में दो अपराधी एक युवक के साथ छिनतई की घटना को अंजाम दे रहा था. छिनतई के क्रम में अपराधियों ने युवक को चाकू भी मारा है. जिसके बाद लोगों ने दो अपरधियों को पंचायत भवन में बंधक बनाकर रखा है. इस घटना के कारण हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के खैरा गांव में हड़कंप मच गया. वहीं, सूचना मिलने के बाद जब पुलिस पहुंची तो स्थानीय लोगों के साथ विवाद हो गया.
लोगों ने पुलिस टीम पर कर दिया हमला: सूचना पर पहुंची पुलिस जब बंधक बनाए गए युवकों को छुड़ाने का प्रयास कर ही रही थी, तभी अचानक किसी बात को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारी को घेर लिया और डंडे और पत्थरों से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. हालात इतने बिगड़ गए कि आरोपियों ने पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया, जिसके बाद भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात करना पड़ा है.
पत्थरबाजी में सिपाही जख्मी: इस हिंसक झड़प में पुलिस के जवान बबलू कुमार घायल हो गए. सहयोगी पुलिसकर्मियों ने उनको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हवेली खड़गपुर में भर्ती कराया. पत्थरबाजी में घायल जवान के सिर में गहरी चोट आई है. उनके सिर में 3 टांके पड़े हैं. उनके दाहिने हाथ में भी चोट आई है. फिलहाल वे खतरे से बाहर है.
3 दिन पहले हुई थी एएसआई की हत्या: 14 मार्च को मुंगेर के विवाद सुलझाने गई डायल 112 टीम पर नंदलालपुरा गांव में हमला हुआ था. जिसमें सिर पर धारदार हथियार से हमले के कारण एएसआई संतोष कुमार सिंह की मौत हो गई थी. वह कैमूर के रहने वाले थे.