बुधवार को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के संभावित अध्यक्ष जका अशरफ ने एशिया कप 2023 के संचालन के हाइब्रिड मॉडल के बारे में अपनी आपत्ति व्यक्त की है। जका अशरफ ने कहा है कि वह पहले दिन से ही एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ थे। अब उनके इस बयान पर एसीसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
एशिया कप के अयोजन में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा
एशियाई क्रिकेट परिषद ने कहा कि अब एशिया कप के अयोजन में किसी तरह का बदालाव नहीं किया जाएगा। 2008 के बाद पहली बार पाकिस्तान घरेलू मैदान पर एक बहु-राष्ट्र क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। एसीसी ने एशिया कप 2023 के सह-मेजबान के रूप में पाकिस्तान और श्रीलंका की पुष्टि की थी।
एशिया कप मूल रूप से पाकिस्तान में होने वाला था, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने स्पष्ट किया था कि टीम इंडिया यात्रा करने से बचेंगी। इसके बाद एशिया कप को हाइब्रिड मॉडल में करने का प्रस्ताव रखा गया। भारत के मैच पाकिस्तान की जगह श्रीलंका में खेले जाएंगे।
जका अशरफ हाइब्रिड मॉडल को किया खारिज
जका अशरफ ने बुधवार को इस्लामाबाद में कहा- “मैंने पहले ही एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल को खारिज कर दिया था। यह पाकिस्तान के साथ अन्याय है। पाकिस्तान के बाहर मुख्य मैचों का आयोजन करना सही नहीं है। मेजबान होने के नाते पूरा आयोजन घर पर होना चाहिए।” बता दें कि नजम सेठी के नेतृत्व में पीसीबी की प्रबंधन समिति ने भारत की ओर से पाकिस्तान की यात्रा से इनकार करने के बाद एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव दिया था।
‘अशरफ जो चाहें कहने के लिए स्वतंत्र हैं’
अशरफ का यह बयान भारत में होने वाले 2023 विश्व कप में पाकिस्तान की भागीदारी को भी खतरे में डाल सकता है। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए, अशरफ द्वारा एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल को अस्वीकार करने के बाद एसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने एक बयान जारी किया। एसीसी बोर्ड के सदस्य ने कहा, “एशिया कप मॉडल को एसीसी ने स्वीकार कर लिया है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। अशरफ जो चाहें कहने के लिए स्वतंत्र हैं।”