गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तवाडकर ने शुक्रवार को कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौडे पर फंड के दुरुपयोग में शामिल होने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच की मांग भी की। वहीं इस तरह के संगीन आरोप लगने के बाद मंत्री गौड़े ने खुद इस मामले में जांच कराने की बात कही है। वहीं विपक्ष द्वारा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की जा रही है।
बजट सत्र के पहले दिन लगाए आरोप
बता दें कि यह आरोप विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन ही लगाए गए हैं। स्पीकर ने यह आरोप सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए लगाया। तवाडकर ने आरोप लगाया कि कला और संस्कृति विभाग ने कैनाकोना में कई संगठनों को भारी मात्रा में फंड्स दिये थे, इन संगठनों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए “फर्जी प्रस्ताव” प्रस्तुत किए थे। तवाडकर ने यह भी आरोप लगाया कि गौडे को इस घोटाले की जानकारी थी, इसी वजह से उनके और उनके विभाग के खिलाफ जांच होनी चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगे आरोप
गुरुवार के दिन कैनाकोना क्षेत्र में कुछ ग्राम पंचायतों के सदस्यों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आरोप लगाया कि कई स्थानीय संगठनों ने कला और संस्कृति विभाग से धोखाधड़ी करके 26.85 लाख रुपये प्राप्त किए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी दावा किया गया था कि सांस्कृतिक कार्यक्रम या ऐसे आयोजनों के लिए पैसे लिए गए जो कभी हुए ही नहीं।
गौडे ने दी सफाई
वहीं गौडे ने इन आरोपों के बाद कहा कि वह इस मामले की जांच के आदेश देंगे। उन्होंने आगे कहा कि विभाग ऐसे कार्यक्रमों के लिए लिए कुछ ही पैसे स्पॉन्सर करता है और कार्यक्रम का प्रमाण जमा करने के बाद ही पैसा दिए जाते हैं। गौड़े ने आगे यह भी आश्वासन दिया की अगर यह साबित हो जाता है कि कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था, तो पैसे संगठन से वसूल किए जाएंगे। वहीं विपक्षी दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने भी मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है।