पटना: राज्य में रविवार (23 जुलाई) से मंगलवार (25 जुलाई) के बीच उत्तरी इलाकों में वज्रपात व मेघ गर्जन की संभावना जताई गई है. हालांकि, राजधानी पटना समेत प्रदेश में दक्षिणी भागों में मौसम शुष्क रहेगा. वहीं प्रदेश भर में गर्मी और उमस से परेशान चल रहे लोगों को राहत पाने के लिए फिलहाल और इंतजार करना होगा।
बिहार में मानसून कमजोर होने का सीधा प्रभाव खेती और किसानों पर दिख रहा है. हालांकि, अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी चंपारण व बांका जिले के एक या एक से अधिक स्थानों पर वज्रपात व मेघ गर्जन को लेकर चेतावनी जारी की गई है. वहीं, 25 जुलाई तक उत्तरी जिलों में भी वज्रपात व मेघ गर्जन की भी संभावना है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले 4-5 दिनों तक मौसम सामान्य रहने के साथ उत्तरी भागों के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश व बूंदाबांदी की संभावना है. पटना मौसम विभाग के वैज्ञानिक राकेश कुमार के अनुसार एक निम्न हवा के दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी से ओडिशा की तरफ बना हुआ है. इसके प्रभाव से मानसून कमजोर पड़ गया है. इसके अलावा उत्तर पश्विम बंगाल की खाड़ी की ओर से एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है।
गर्मी और उमस से परेशान चल रहे लोगों को फिलहाल राहत नहीं मिलेगी. मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में मानसून की सक्रियता बढ़ने का कोई पूर्वानुमान नहीं है. हालांकि, बीते 24 घंटों में भी सुबह से आसमान में बादल छाए दिखे. दोपहर के समय दिन में तेज धूप से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसके अलावा, न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है. आज भी कल की तरह तापमान स्थिर रह सकता है. पूर्वा हवा चलने की भी उम्मीद है. इसके अलावा कुछ जगहों पर बूंदा-बांदी हो सकती है. हवा की औसत रफ्तार 10 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।