महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर हुई आगजनी और विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। इसी कड़ी में औरंगाबाद जिले में पुलिस बल का भारी इंतजाम किया गया है। साथ ही औरंगाबाद के सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि यहां 2 एसआरपीएफ की टुकड़ी बुलाई गई है। साथ ही 500 होमगार्डों की भी तैनाती की गई है ताकि सुरक्षा में कोई कमी न रहे। आज होने वाले मराठा समाज के इस बंद को एमआईएम और एमएनएस समेत कई छोटे बड़े राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है।
औरंगाबाद में धारा 37 लागू
मराठा आंदोलन के मद्देनजर जालना में हुई हिंसा के बाद अब जालना में महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की धारा 37 (3) लागू कर दी गई है। यह धारा 4 सितंबर की सुबह 6 बजे से लेकर 17 सितंबर की रात 12 बजे तक पूरे जालना जिले में लागू की गई है। इस धारा के मुताबिक अगर एक जगह पर बिना किसी वैध कारण के 5 या उससे अधिक लोग इकट्ठा हुए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का जाएगी। यही धारा अब महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में लगा दी गई है। बता दें कि औरंगाबाद में बंद के ऐलान के बाद भारी संख्या में पुलिस बस की तैनाती की गई है।
पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द
औरंगाबाद पुलिस कमिश्नर मनोज लोहिया ने इंडिया टीवी से बातचीत करते हुए कहा कि हमने यहां की पुलिस की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। इसके अलावा 2 एसआरपीएफ कंपनी और 500 होमगार्डों की तैनाती की गई है। शहर के 2500 पुलिस कर्मचारी भी सड़क पर रहेंगे। लोहिया ने कहा कि हमने सभी मराठा नेताओं से बातचीत की है और सभी ने बंद को शांतिपूर्ण तरीके से करने का आश्वासन दिया है।