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AICTE to organise 2nd edition of Crossword contest between March-August 2023

The All-India Council for Technical Education (AICTE) has set in motion the process of conducting the second edition of National Inter-college Crossword Expedition (NICE). The three-stage online-offline contest will be organised between March and August this year. The free-of-cost registration for the same has already begun on www.crypticsingh.com. Students of all recognized colleges and universities of India are eligible to participate in NICE 23.

The current edition is being held in association with the National Institute of Industrial Engineering (NITIE), New Delhi, and Extra-C, a civil society initiative for the promotion of a holistic educational environment. This year also crossword contest will take place in hybrid (offline-online) format. This year the scope has widened to greater extents including a mock round to prepare the participants mentally for the contest.

“We had undertaken this initiative last year in compliance with and in the spirit of the National Education policy (NEP) 2020. After the last segment gained recognition and garnered positive outlook, AICTE has now come up with the NICE’23 for the students to explore their intellectual capacity and possibilities in an innovative way, yet again to bring out the best in them,” said Prof. TG Sitharam, Chairman, AICTE, in a statement.

Stage I- There is facilitation of an online combat rehearsal for the convenience of students. “A mock practice test will take place on April 2, 2023 to acquaint the students with the pattern of the contest. This is to draw substantial participation and mitigate fear of competition among the students,” said AICTE’s Vice Chairman, Shri Abhay Jere.

Following this, there will be four competitive online rounds – namely N, I, C and E — on four successive Sundays on 9th, 16th, 23rd and 30th April in which individual participants will be required to solve five crossword clues with supplementary hints.

The clues will be posted at 1030 Hours IST on every Sunday on nice.crypticsingh.com and on application “NICE-22” for android users. The solutions will have to be submitted by 1700 Hours IST on the same day. The student with the fastest plus correct solutions will be awarded 1000 points. The scores will move in a descending order based on the time taken and correctness of the solutions.

Stage II- This is the offline round of the contest. The top two performers from participating institutions will constitute two-member teams that will represent the institutions in the Zonal Rounds. There will be two rounds for each zone. In the preliminary written round, a maximum of 50 teams from the participating institutions belonging to the zone will compete at a designated host institution. Top six performing teams will be shortlisted for the on-stage Zonal Finals.

Stage III- There will be five zones, viz., North, South, West, East and Northeast. The top three teams will qualify from each Zone for the National Finals in Stage III, to be held in Delhi in July-August.

The National Finals will entail two series – Written Prelims and an Onstage G-20 Round, where all qualifying teams will participate. The quarter-finalists will be selected on the basis of the scores of the written round and the G-20 Round. This will be followed by semi-finals and a final.

The schedule for Stage II and III will be announced in due course.

NICE was inaugurated last year as part of the effort “to meet the objectives of the National Education Policy (NEP) 2020, which envisages nurturing a vibrant campus life and focussing at Educational Development for cerebral betterment of students as well as making a mark in global engagement,” said Prof. Rajive Kumar, Member Secretary, AICTE.

IIT Delhi won the inaugural NICE edition in 2022. It was followed by IIM Kozhikode in 2nd spot and Shri Atal Bihari Vajpayee Medical College and Research Institute, Bengaluru, in 3rd.

भागलपुर ईस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र सर्राफ का निधन

भागलपुर ईस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र सर्राफ का निधन रविवार की देर रात हो गया। उनके पारिवारिक मित्र जगदीश चंद्र मिश्र पप्पू ने बताया कि हाल में उनका कुल्हा का ऑपरेशन हुआ था। उसके बाद चलने में समस्या आ रही थी। रात में सोये थे तो सोये ही रह गये। उनके परिवार में पत्नी, एक पुत्र व तीन पुत्री है। एक पुत्री विदेश में रहती है। उनके आने के बाद अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जायेगा।

पूर्व अध्यक्ष के निधन से भागलपुर के व्यवसायी समाज एवं सामाजिक लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। समाजसेवी व पूर्व वार्ड कमिश्नर बीरेंद्र नारायण सिंह मनोज ने कहा कि बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स भागलपुर के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र सर्राफ मेरे बचपन के मित्र व हर दुख सुख में साथी थे। शैलेंद्र कुमार श्राफ के निधन से हम बहुत ही ज्यादा दुखी है। वो मेरे सबसे निकटम मित्र एवं बाल सखा थे सी एम एस स्कूल में हमलोगों ने साथ में पढ़ाई कि एवम जीवन के हर एक पड़ाव में साथ खड़े रहें है। भगवान उन्हें अपने श्री चरणों में इन्हे स्थान दे।

 

रातों रात उपेंद्र कुशवाहा के बैनर से अलग हो गई नीतीश की तस्वीर, गायब हुआ तीर निशान

जदयू संसदीय बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष के नाते उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को पार्टी को बचाने के नाम पर जब मंथन शुरू किया तो उनके बैनर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगी थी। तीर का निशान भी था, लेकिन नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल के गठन की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन के बैनर पर मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं थी।

कई नेताओं की गाड़ी से उतरा जदयू का झंंडा

बैनर पर उपेंद्र कुशवाहा के अलावा जननायक कर्पूरी ठाकुर, स्वामी सहजानंद सरस्वती, शहीद जगदेव प्रसाद आदि की तस्वीर लगा दी गई थी। रविवार की बैठक में जदयू का चुनाव चिन्ह तीर भी बैनर का हिस्सा था। आज के बैनर से वह गायब था।

संवाददाता सम्मेलन में पहुंचे उपेंद्र समर्थक नेताओं की गाड़ियों पर नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ जदयू का वह झंडा लगा था। हाल के निकलने के साथ ही कई नेताओं की गाड़ियों से जदयू का झंडा उतर गया।

नई पार्टी के गठन की घोषणा के बाद उत्साही कार्यकर्ताओं ने राज्य का मुख्यमंत्री कैसा हो, उपेंद्र कुशवाहा जैसा हो का नारा बुलंद किया। कुछ गाड़ियां ऐसी भी थीं, जो उपेंद्र कुशवाहा के कार्यक्रम के बाद जदयूू कार्यालय में नजर आई।

ललन बोले- उपेंद्र कुशवाहा के लोग ही उनकी गतिविधियों की जानकारी दे रहे थे

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने भी अपने संवाददाता सम्मेलन में इशारा किया कि उन्हें गतिविधियों की जानकारी उपेंद्र कुशवाहा के लोग ही दे रहे थे। सिंह ने दावा किया कि जदयू का कोई नेता-कार्यकर्ता उपेंद्र के साथ नहीं गया है। जल्द ही उन लोगों को वे संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित करेंगे, जिन्हें उपेंद्र अपना बता रहे हैं।

ये नेता ललन सिंह के साथ मंच पर दिखे

उपेंद्र के एक सहयोगी धीरज कुशवाहा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मंच पर थे। उनके एक अन्य करीबी अभिषेक झा भी मंच पर उपस्थित थे। कुशवाहा समाज से आने वाले नंदकिशोर कुशवाहा और विधान परिषद सदस्य संजय कुमार सिंह ऊर्फ गांधीजी भी जदयू कार्यालय के मंच पर थे।

अभिषेक झा से संवाददाताओं ने सवाल किया- आप कब तक जदयू में रहेंगे तो उनका जवाब था- जबतक सूरज चांद रहेगा। उपेंद्र कुशवाहा के सम्मेलन में जदयू के एकमात्र विधान परिषद सदस्य रामेश्वर महतो उपस्थित थे। कुछ पूर्व विधान परिषद सदस्य भी थे।

शुरू हुई आइटीबीपी कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया, ऐसे करें अप्लाई

आइटीबीपी में कॉन्स्टेबल की सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अपडेट। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) ने ग्रुप सी पदों के अंतर्गत कॉन्स्टेबल (जनरल ड्यूटी) के पदों पर खेल कोटे के अंतर्गत भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया सोमवार, 20 फरवरी को शुरू हो गई है और आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार 21 मार्च 2023 की रात 11.59 बजे तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए किए आइटीबीपी द्वारा विज्ञापित कॉन्स्टेबल (जनरल ड्यूटी) के पदों पर संविदा के अंतर्गत भर्ती की जानी है।

ITBP Constable Recruitment 2023: आइटीबीपी कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए ऐसे करें अप्लाई

ऐसे में आइटीबीपी कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों को आधिकारिक भर्ती पोर्टल, recruitment.itbpolice.nic.in पर उपलब्ध कराए गए ऑनलाइन अप्लीकेशन सबमिट करना होगा। आवेदन प्रक्रिया के अंतर्गत उम्मीदवारों को पहले पंजीकरण करना होगा। इसके बाद पंजीकृत ईमेल आइडी व पासवर्ड के माध्यम से लॉग-इन करके उम्मीदवारों को अपना अप्लीकेशन सबमिट करना होगा।

आवेदन के दौरान अनारक्षित वर्गों के साथ-साथ ओबीसी और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को निर्धारित 100 रुपये के शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से करना होगा। एससी, एसटी और महिला उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क का भुगतान नहीं करना है।

ITBP Constable Recruitment 2023: आइटीबीपी कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए योग्यता मानदंड

आइटीबीपी में कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवारों की आयु 21 मार्च 2023 को 18 वर्ष से कम और 23 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी गई है, अधिक जानकारी व अन्य विवरणों के लिए भर्ती अधिसूचना देखें।

ननद से शादी करने वाली भाभी ने बताया-कैसे शुरू हुई उनकी लव स्टोरी, बोली- लिंग परिवर्तन कराने का सोचा है

भाभी-ननद की शादी करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। अपने शराबी ससुर की छेड़खानी से परेशान होकर महिला ने दो साल पहले पति और बच्चों के साथ घर छोड़ दिया था। वे सभी समस्तीपुर के रोसड़ा में किराये के मकान में रह रहे थे। एक रात ननद भी पिता की गलत हरकत से परेशान होकर उनके साथ रहने आ गई।

भाभी का कहना है कि उसे अपनी ननद से प्यार हो गया, जिसके बाद दोनों ने आपसी रजामंदी से शादी कर ली। अब, भाभी ने अपनी बड़ी ननद पर छोटी ननद यानी अपनी पत्नी के अपहरण का आरोप लगाया है। छोटी ननद की बरामदगी के लिए महिला ने हंगामा खड़ा कर दिया है। वहीं, अपनी छोटी बहन से पत्नी के शादी करने के बाद भी पति ने अपनी पत्नी का साथ नहीं छोड़ा है बल्कि पति अपनी पत्नी के साथ अपहरण की शिकायत करवाने थाने पहुंचा।

कैसे शुरू हुई ननद-भाभी की प्रेम कहानी

ये अनोखी प्रेम कहानी छौड़ाही ओपी क्षेत्र के भोजा गांव की है। 27 साल की शुभकला देवी ने बताया कि 10 साल पहले उसकी शादी छौड़ाही ओपी क्षेत्र के शाहपुर पंचायत के वार्ड नंबर आठ भोजा गांव निवासी प्रमोद दास के साथ हुई थी। उसके दो बच्चे भी हैं।

महिला ने बताया कि साथ रहने के दौरान ही छोटी ननद सोनी कुमारी से उसे प्यार हो गया लेकिन शराबी ससुर छोटे लाल दास की छेड़खानी से परेशान होकर दो साल पहले उसे घर छोड़ना पड़ा। वह समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना क्षेत्र के ढरहा गांव में किराये के मकान में पति और बच्चों के साथ रह रही हैं।

एक साल पहले उनकी छोटी ननद सोनी कुमारी देर रात अचानक उनके घर पर आ गई। ननद ने अपने पिता द्वारा परेशान करने की बात कही। महिला ने बताया कि पति की रजामंदी से हम दोनों ननद-भाभी ने आपसी सहमति से मंदिर और उसके बाद कोर्ट में शादी की।

महिला के अनुसार, शादी के बाद दोनों थाने पहुंचे, जहां ननद ने पिता पर छेड़खानी की शिकायत दी। शादी के बाद से ही महिला का पति, ननद-भाभी एक छत के नीचे साथ रह रहे हैं।

ननद के अपहरण का आरोप

रविवार को छौड़ाही ओपी क्षेत्र के भोजा गांव में शुभकाला देवी और उसका पति प्रमोद दास ग्रामीणों के दरवाजे-दरवाजे जाकर अपनी व्यथा सुना रहे थे। उनका कहना है कि दो दिन पहले हम दोनों मजदूरी करने गए थे। घर पर छोटे बच्चे और उनकी ननद पत्नी सोनी थी।

‘ननद नहीं मिली तो जी नहीं पाउंगी’

भाभी का आरोप है कि मौका देख उनकी बड़ी ननद रोशनी के साथ 20-25 लोग जबरदस्ती उनकी पत्नी सोनी का अपहरण कर लिया। थाना में शिकायत दिया है। मैं अपने ननद से बहुत प्यार करती हूं। हमने अपना लिंग परिवर्तन करवाने का भी मन बनाया है। महिला ने कहा कि ननद के नहीं मिलने पर वह जी नहीं पाएंगी।

शुभकला देवी की बड़ी ननद रौशनी पर अपनी छोटी बहन के अपहरण का आरोप लगा है। रोशनी का कहना है कि उनकी बहन अपनी मर्जी से मेरे साथ आई है। उनके भाई-भाभी गलत संगति में हैं। महिला के साथ महिला की शादी संभव नहीं है।

मामला कुछ अलग, जांच के बाद होगी कार्रवाई-पुलिस

रोसड़ा के थानाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद ने बताया कि महिला के अनुसार उसने अपनी ननद से प्रेम विवाह किया है। मामला कुछ अलग तरह का है, इसलिए जांच उपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

गुजरात में स्थापित होगा देश का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट, करीब एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

भारतीय कंपनी वेदांता और ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर और डिसप्ले बनाने के लिए किए गए ज्वाइंट वेंचर ने गुजरात के अहमदाबाद शहर के पास स्थित धोलेरा में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने का फैसला किया है। ये जानकारी से वरिष्ठ सरकारी अधिकारी की ओर से दी गई।

बता दें, वेदांता और फॉक्सकॉन के बीच किया गया ज्वाइंट वेंचर देश की आजादी के बाद कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा निवेश है। इसके तहत दोनों कंपनियां मिलकर 1,54,000 करोड़ रुपये के निवेश से गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिसप्ले मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेंगी। यह देश का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट होगा। दोनों कंपनियों के बीच निवेश का ये करार पिछले साल हुआ था।

सरकारी अधिकारी ने आगे कहा कि गुजरात सरकार से विस्तार से जानकारी लेने और फिर विश्लेषण करने के बाद वेदांता और फॉक्सकॉन के ज्वाइंट वेंचर ने धोलेरा में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने निर्णय लिया है। भारत सरकार की ओर से भी इस प्रोजेक्ट का मूल्यांकन किया जा रहा है।

एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

1.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश से लगाए जा रहे इस सेमीकंडक्टर और डिसप्ले बनाने के प्लांट से एक लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। गुजरात के मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने कहा था कि गुजरात सरकार इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए पूरा सहयोग देगी।

गुजरात सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए सब्सिडी और इंसेंटिव ऑफर किए जा रहे हैं, जिसमें जमीन की खरीद पर जीरो स्टांप ड्यूटी, पानी और बिजली पर सब्सिडी आदि शामिल हैं।

भागलपुर TMBU में स्नातक में भी शुरू होगी अंगिका की पढ़ाई

TMBU में 2002 से पीजी अंगिका की पढ़ाई हो रही है। हिन्दी के शिक्षक ही उन्हें पढ़ाते आ रहे हैं। कुछ समय से सरकार ने चार पद सृजित किये। अभी तीन शिक्षक योगदान भी कर चुके हैं। पीजी हिन्दी विभाग के प्रो. योगेन्द्र ने बताया कि स्नातक में भी अंगिका की पढ़ाई जल्द शुरू हो जायेगी।

विवि के एकेडमिक काउंसिल, सिंडिकेट, सीनेट से यह प्रस्ताव पास हो गया है। सीबीसीएस के अनुकूल इसका कोर्स बना हुआ है। राजभवन को कोर्स की स्वीकृति के लिये भेजा जायेगा। इसमें चार पद स्वीकृत हुये हैं जबकि इसमें तीन आये हैं। एक आरक्षित कोटा का पद था, उसपर कोई दावेदार नहीं मिला है। पीजी हिन्दी के बगल में भवन भी बनना है। अभी पीजी में जो पढ़ाई हो रही है उसमें अंगिका के लिये 100 सीट है। सेमेस्टर वन में 32, सेमेस्टर दो में 55 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। विषय के प्रति रुझान और संभावनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर चीज को उपयोगिता के आधार पर तौला जा रहा है।

हिन्दी विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. बहादुर मिश्र ने कहा कि अंगिका भी बिहारी के अंतर्गत आता है। इसका नामकरण राहुल सांस्कृत्यायन ने किया था। इसके अलग-अलग नाम हैं। पुरानी संस्कृत की किताबों में आंगी नाम मिलता है। अष्टम अनुसूची में दर्ज कराने का प्रयास किया जा रहा है। झारखंड सेवा आयोग में भी कुछ अंकों के सवाल इससे पूछे जाते हैं। काफी पहले इसकी स्नातक स्तर पर पढ़ाई जाती थी, लेकिन बाद में सिर्फ पीजी में पढ़ाई होने लगी।

भागलपुर के पांच एथलीटों को नौकरी देने से सरकार का इंकार

भागलपुर के पांच एथलीटों को राज्य सरकार ने फिलहाल नौकरी देने से इनकार किया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने ग्रुप ‘सी’ व ‘डी’ की नौकरी के लिए मांगे गए आवेदन की स्क्रूटनी में इन्हें अयोग्य करार दिया है। इसके अलावा बैडमिंटन के चार खिलाड़ियों के दावे भी खारिज किए गए। महिला एथलीटों में बिहार में जेवलिन थ्रो की प्रमुख खिलाड़ी मीनू सोरेन को भी नौकरी नहीं मिली। जबकि पीरपैंती की अम्मापाली कीर्तनिया निवासी मीनू सोरेन के नाम दो जूनियर नेशनल में शामिल होने का तमगा है।

गुवाहाटी में मीनू ने सिल्वर पाया था। मीनू के अलावा धाविका ईशीपुर सिकंदर मिर्धा निवासी संगीता कुमारी, झुरकुटिया निवासी पार्वती सोरेन, शहजादापुर निवासी सपना और सबौर की चंधेरी पंचायत निवासी नेहा के दावे भी खारिज कर दिए गए। हालांकि सपना अब खेल कोटे से ही बीएमपी में सेलेक्ट हो गई है। बैडमिंटन में चंद्रभानू कुमार, रूपेश राज, सब्बी नासिर और मो. जावेद के दावे भी सामान्य प्रशासन विभाग ने खारिज किए।

जिला खेल पदाधिकारी जयनारायण ने बताया कि ‘सी’ व ‘डी’ की नौकरी के लिए 2020 में मांगे गए आवेदन की स्क्रूटनी राज्यस्तरीय कमेटी ने की है। सेलेक्शन के लिए कमेटी की नियमावली के तहत सर्टिफिकेट की जांच के बाद अंक दिया जाना है। कमेटी के प्राप्तांक के बाद ही सेलेक्शन का नियम है। संभव है कि जिनका दावा रद्द किया गया, उनको कम अंक मिले हों।

इन्हें मिली खेल कोटे से नौकरी पीरपैंती के मथुरापुर लकड़ाकोल निवासी रितू सिंह ने महिला राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता 2017, 2018 व 2019 में लगातार सहभागिता निभाई। उन्हें 1800 अंक मिले व उनका खेल कोटे में ग्रुप ‘सी’ के लिए चयन किया गया।

फेडरेशन का सर्टिफिकेट नहीं होने से मीनू अयोग्य

बालिका एकलव्य से जुड़ी मीनू सोरेन के ट्रेनर राजीव लोचन ने बताया कि उसने दो लगातार जूनियर लेवल का नेशनल खेला है। लेकिन कोरोना की वजह से फेडरेशन ने सर्टिफिकेट जारी नहीं किया। सामान्य प्रशासन विभाग की आपत्ति के बाद फेडरेशन ने एक पत्र जारी किया। जिसे विभाग को दिया गया, लेकिन विभाग ने कोरम के तहत सर्टिफिकेट लाने पर ही अंक देने की बात कही। इसलिए उसका दावा अयोग्य करार दिया।

एनएच 80 चौड़ीकरण मद से भागलपुर उल्टा पुल की खराब सड़क का नहीं होगा निर्माण

पुरानी एनएच 80 सड़क का निर्माण जोरों पर है। परबत्ती के आगे तक निर्माण कार्य हो गया है। अब चंपा पुल छोड़कर दोगच्छी तक किया जाना है। जीरोमाइल से दोगच्छी जाने में वाहनों को उल्टा पुल से गुजरना जरूरी है, लेकिन इस पूरे प्रोजेक्ट में उल्टा पुल पर सड़क निर्माण नहीं होगा क्योंकि एलायनमेंट में उल्टा पुल से दाहिने ओर सब्जी मार्केट के रोड को एनएच 80 का हिस्सा माना गया है।

इस रोड को बनाया जाएगा या नहीं, इसकी सुगबुगाहट तक विभाग में नहीं हो रही है। स्टेशन से लोहापट्टी जाने के रास्ते को कब एनएच में शामिल किया गया। यह यहां के लोगों को भी नहीं पता। क्योंकि दो गाड़ियां आमने-सामने हो जाए तो काफी देर तक जाम लगा रहता है।

उल्टा पुल होकर भले ही भारी वाहन गुजरते हैं, लेकिन सब्जी मंडी के साइड की सड़क एनएच कहलाती थी। यदि डीपीआर में इस सड़क का जिक्र होगा तो काम जरूर होगा। उल्टा पुल पर पैचवर्क मेंटेनेंस योजना से कराया जाएगा। यह दूसरे स्कीम में है। यह समस्या विभाग के संज्ञान में है।

-रवि रंजन, प्रभारी कार्यपालक अभियंता

टेंडर मोर्थ ने फाइनल किया, आरसीडी सिर्फ कंट्रोलिंग

उल्टा पुल का कुछ भाग रेलवे, कुछ आरसीडी के पास है। इस पुल के आधे हिस्से को लेकर कभी एनएच, कभी आरसीडी तो कभी पुल निर्माण निगम की दावेदारी रही है। उल्टा पुल की सड़क की परत कुछ जगहों पर उखड़ने लगी है। साइड का फुटपाथ तक धंस गया है, लेकिन इस ओर आरसीडी का ध्यान नहीं है।

अभियंताओं ने बताया कि सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) की राशि से 10 मीटर चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट पास हुआ है। इसका डीपीआर एनएच डिवीजन ने बनाया था। बायपास सड़क बनने के बाद से शहर होकर गुजरने वाली एनएच का दर्जा हटाकर बायपास को एनएच 80 बना दिया गया। इसके बाद यह सड़क पथ निर्माण विभाग को सुपुर्द किया गया। अभी आरसीडी सिर्फ कंट्रोलिंग एजेंसी है क्योंकि ठेकेदार का चयन मोर्थ ने किया है।

बिहार में जलवायु परिवर्तन से मार्च में ही चल सकती है लू, शीतकालीन वर्षा ना होने से सूरज के तेवर तीखे

बिहार सहित देश के कई हिस्सों में अचानक बढ़े अधिकतम तापमान से असमय गर्मी बढ़ गई है। पिछले दो तीन दिनों से पटना सहित राज्य के अधिकतर शहरों का पारा सामान्य से तीन से चार डिग्री ऊपर है। दोपहर में सूरज के तेवर तल्ख हो रहे हैं। 10-12 दिन पहले तक राज्य में ठंड की स्थिति थी।

अचानक पारे में छह से आठ डिग्री तक की क्रमिक बढ़ोतरी के बाद राज्य में गर्मी बढ़ी है। मौसम की स्थिति को देखते हुए अनुमान है कि बिहार में मार्च में ही कुछ जगहों पर हीट वेव (लू) जैसे हालात बन सकते हैं। मार्च के अंतिम हफ्ते में विशेषकर राज्य के दक्षिण पश्चिमी इलाके इससे प्रभावित होंगे।

क्या है हीट वेव

 जलवायु विशेषज्ञ और सीयूएसबी के संकायाध्यक्ष डॉ. प्रधान पार्थ सारथी बताते हैं कि हीट वेव यानी गर्म हवाओं का अत्यधिक प्रभाव बनना है। मैदानी इलाकों में सूरज के तल्ख तेवर के बीच गर्मियों में गर्म पछुआ हवाओं का प्रवाह बढ़ जाता है। इससे अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चला जाता है।

अगर यह सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर चला जाय तो प्रचंड हीट वेव की स्थिति बनती है। फरवरी में अचानक बढ़े तापमान और मार्च में संभावित हीट वेव को मौसमविद जलवायु परिवर्तन के कुप्रभाव का संकेत मान रहे हैं। मौसम विभाग ने इसे लेकर सोमवार को पूर्वानुमान भी जारी किया है।

पश्चिमी विक्षोभ की घटती संख्या से बिगड़ा मौसम

मौसम विभाग के अध्ययन में खुलासा हुआ है कि बिहार में पश्चिमी विक्षोभों की संख्या वर्ष 2020 व 2021 में जनवरी में पांच थी। पर 2022 और 2023 में तीन-तीन ही। इससे जनवरी व फरवरी में वर्षा नगण्य रही। यही वजह है कि राज्य के अधिकतर भाग में फरवरी के आरंभ से ही तापमान सामान्य से ऊपर है।

उपेन्द्र कुशवाहा ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया, नई पार्टी रालोजद बनाई

उपेन्द्र कुशवाहा ने सोमवार को जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बिहार विधान परिषद की सदस्यता भी वे शीघ्र त्याग देंगे। अपने समर्थकों संग तकरीबन डेढ़ दिन के मंथन के बाद सोमवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने जदयू से तीसरी बार राह जुदा होने तथा नई पार्टी के गठन का एलान किया। पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल (रालोजद) रखा गया है। उपेन्द्र इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं।

गौरतलब है कि कुशवाहा ने तीसरी बार नई पार्टी बनाई है। अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि जमीर बेचकर हम अमीर नहीं बन सकते। हमलोगों के सामने दो रास्ते थे। पहला, या तो हम मूकदर्शक बनकर जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत को उन हाथों में जाते देखते, जिन्होंने (राजद) बिहार को नोच-मरोड़ दिया। दूसरा, बिहार उन हाथों में न जाए, इसके लिए संघर्ष करें। साथियों ने प्रस्ताव पारित कर दूसरा रास्ता चुनने और कर्पूरी ठाकुर की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए नई राजनीतिक पार्टी बनाने का निर्णय लिया।

छलका उपेन्द्र का दर्द

उपेन्द्र ने आरोप लगाया कि आज नीतीश कुमार अपनी इच्छा से कुछ नहीं कर रहे। जिन लोगों ने ताकत दी उन्हें ही भूल गये हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अच्छे तरीके से जननायक की विरासत को आगे बढ़ाया। बिहार को खौफनाक मंजर से निकालने में पूरी ताकत लगा दी। लेकिन अंत बुरा तो सब बुरा। नीतीश जी जिस रास्ते पर चल रहे हैं, वो पार्टी या राज्य के लिए सही नहीं है। हमने कहा था कि उपेन्द्र कुशवाहा हिस्सा लेकर जाएगा। अब हिस्सेदारी नहीं, पूरी विरासत की चिंता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उपेन्द्र नहीं, अपने घर में भी किसी को आगे बढ़ाते तो पड़ोसी के घर उत्तराधिकारी खोजने की जरूरत नहीं पड़ती।

जनता दरबार में बोले सीएम नीतीश कुमार बिजली बिल अधिक आने की जांच करें

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में बिजली बिल अधिक आने की तीन शिकायतें पहुंची। एक व्यक्ति ने शिकायत की कि निरंतर समय पर बिजली बिल के भुगतान के बाद भी अचानक 38 हजार का बिल आ गया है। सभी शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई का निर्देश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा विभाग को दिया है। साथ ही यह भी कहा कि ऐसा क्यों हो रहा है, इसकी जांच करें।

सीवान के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि वहां डस्टबीन खरीद में घोटाला हुआ है। दरभंगा के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि स्वच्छता योजना में बिना शौचालय का निर्माण कराये राशि का भुगतान कर दिया गया। 2012-13 में राज्य खाद्य निगम में हुए गबन की शिकायत एक व्यक्ति ने की। सीएम ने इन मामलों की जांच का निर्देश दिया।

मुंगेर के एक व्यक्ति ने कहा कि पिछले वर्ष धान खरीद का पैसा अब तक नहीं मिला है। सीएम ने सहकारिता विभाग को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। पश्चिम चंपारण से आयी एक महिला ने कहा कि उनके पति वन रक्षी थे। उनके निधन के बाद अनुकंपा पर आश्रित को अब तक नौकरी नहीं मिली है। कैमूर के फरियादी ने कहा कि उनके गांव के सभी घरों में नल का जल नहीं पहुंचा है।

सभी जिलों का होगा अपना सोशल मीडिया अकाउंट, बिहार पुलिस मुख्यालय ने अकाउंट बनाकर सक्रिय रखने को कहा

 बदले समय के साथ पुलिसिंग के बदलते तौर-तरीके के मद्देनजर सोशल मीडिया का उपयोग प्रमुख रणनीति के तहत करने की योजना पुलिस ने बनाई है। इसे लेकर पुलिस ने सभी छोटे-बड़े जिलों को सोशल मीडिया पर अपना अकाउंट बनाने का आदेश दिया है।

खासतौर से फेसबुक और ट्विटर पर अनिवार्य रूप से अकाउंट बनाना है और इसे लगातार सक्रिय भी रखना है। लिंकडेन, यू-ट्यूब समेत ऐसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी अगर कोई जिला अकाउंट बनाता है, तो वह भी ठीक है। परंतु सभी अकाउंट को लगातार अपडेट रखना है। जिले के सभी थाने रोजाना की बड़ी और चर्चित उपलब्धियों का विवरण उस अकाउंट पर डालेंगे। अगर लूट, हत्या, डकैती जैसे अन्य संगीन बड़े आपराधिक वारदातों में कोई उपलब्धि या कोई गिरफ्तारी होती है, तो उसे भी तुरंत सोशल मीडिया पर अपलोड करना है।

जिलों को कहा गया है कि वे सभी सोशल मीडिया अकाउंट का समुचित संचालन और प्रबंधन करने के लिए जिला स्तरीय एक टीम का गठन करें। सभी संबंधित थानों को इस टीम को किसी घटना में हुई उपलब्धि या अपडेट रिपोर्ट के बारे में व्हाट्स-एप या फोन पर बताने की जिम्मेदारी होगी। इसके बाद यह टीम इसे अपने जिले के पेज या ट्विटर पर इसे अपलोड करेगी। इस तरह की एक टीम पुलिस मुख्यालय के स्तर पर बन गई है, जो चौबीस घंटे काम करती है। जिलों की बड़ी घटनाओं को यह टीम मुख्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करती है।

लोगों के बीच सही बातें पहुंचेगी

एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि अधिकतर जिलों के सोशल अकाउंट बन गये हैं, लेकिन जिन कुछ एक छोटे जिलों के नहीं बने या वे पूरी तरह से सक्रिय नहीं हैं, उन्हें पुलिस सप्ताह के दौरान ही इसे शुरू करने को कहा गया है। सोशल मीडिया को लोगों के साथ सीधा संवाद करने का माध्यम बनाकर उपयोग करने के लिए कहा गया है। इससे लोगों के बीच सही बातें सीधे पहुंच सकेंगी।

अधिकतर बड़े जिलों का सोशल मीडिया अकाउंट तैयार

अधिकतर बड़े जिलों का सोशल मीडिया अकाउंट तैयार हो गया है, लेकिन कुछ छोटे जिलों के अकाउंट अब तक नहीं बने हैं या वे पूरी तरह से सक्रिय नहीं हैं। इन्हें भी अपनी सक्रियता बढ़ाने के लिए कहा गया है। सभी जिलों के एसपी की इसके लिए खासतौर से पहल करते हुए पूरी व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने की जिम्मेदारी होगी।

इस तरह के अकाउंट को उस समय ज्यादा सक्रिय रखने को कहा गया है, जब किसी जिले या इलाके में कोई तनावपूर्ण घटना होती है। ऐसे मौकों पर सोशल मीडिया की सतत मॉनिटरिंग के साथ ही संबंधित जिलों के लोगों को जागरूक करने वाले पोस्ट लगातार करने के लिए कहा गया है, ताकि लोगों को सच्चाई के बारे में जानकारी मिलती रहे और तनाव को फैलने से रोका जा सके।

हावड़ा-रक्सौल व पटना-अहमदाबाद के बीच चलेगी एक-एक जोड़ी होली स्पेशल ट्रेन

हावड़ा-रक्सौल तथा पटना-अहमदाबाद के मध्य एक-एक जोड़ी होली स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि गाड़ी 03043 हावड़ा-रक्सौल होली स्पेशल 4 मार्च को हावड़ा से रात 11 बजे खुलकर अगले दिन रविवार को दोपहर 2.15 बजे रक्सौल पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 03044 रक्सौल-हावड़ा होली स्पेशल 5 मार्च को रक्सौल से शाम 3.45 बजे खुलकर अगले दिन सुबह 7.20 बजे हावड़ा पहुंचेगी।

यह स्पेशल ट्रेन हावड़ा और रक्सौल के बीच बंडेल, बर्द्धमान, दुर्गापुर, आसनसोल, चितरंजन, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, किऊल, बरौनी, समस्तीपुर, दरभंगा, जनकपुर रोड, सीतामढ़ी, बैरगनिया स्टेशनों पर रुकेगी। गाड़ी संख्या 09417 अहमदाबाद-पटना होली स्पेशल अहमदाबाद से 6 मार्च की सुबह 9.10 बजे प्रस्थान कर अगले दिन रात 9.05 बजे पटना पहुंचेगी।

वापसी में गाड़ी संख्या 09418 पटना-अहमदाबाद होली स्पेशल 7 मार्च को पटना से रात 11.45 बजे प्रस्थान कर विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए 9 मार्च को दिन 11.20 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी। 16 जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनों की सूचना पूर्व में रेलवे की ओर से दी जा चुकी है।

पूर्वोत्तर रेलवे में दोहरीकरण कार्य हेतु लखनऊ-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस समेत 10 ट्रेनें रद्द

पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के डालीगंज-बादशाहनगर-गोमतीनगर-मल्हौर स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य हेतु कई गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन एवं पुनर्निधारण किया गया है। 20 फरवरी से लेकर तीन मार्च तक अलग अलग तिथियों में ट्रेन परिचालन की स्थिति में बदलाव किया गया है। 10 ट्रेनें रद्द रहेंगी, जबकि 10 ट्रेनों का रास्ता बदला है। अन्य छह ट्रेनें में भी प्रभावित रहेंगी।

● 21 फरवरी से 03 मार्च तक 02570 नई दिल्ली-दरभंगा विशेष गाड़ी गाजियाबाद-सीतापुर-मुरादाबाद-बुढ़वल के रास्ते चलायी जायेगी

● 21 फरवरी से 03 मार्च तक 02569 दरभंगा-नई दिल्ली विशेश गाड़ी परिवर्तित मार्ग बुढ़वल-सीतापुर-मुरादाबाद-गाजियाबाद के रास्ते चलेगी

● 21 फरवरी से 03 मार्च तक 02563 बरौनी-नई दिल्ली विशेष गाड़ी बुढ़वल-सीतापुर-मुरादाबाद-गाजियाबाद के रास्ते चलायी जायेगी

● 20 फरवरी से 02 मार्च तक 02564 नई दिल्ली-बरौनी विशेश गाड़ी परिवर्तित मार्ग गाजियाबाद-मुरादाबाद-सीतापुर-बुढ़वल के रास्ते चलायी जायेगी

● 24 फरवरी को 12522 एर्नाकुलम-बरौनी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मानकनगर-लखनऊ-मल्हौर के रास्ते चलायी जायेगी

● 27 फरवरी को 12521 बरौनी-एर्नाकुलम एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मल्हौर-लखनऊ-मानकनगर के रास्ते चलायी जायेगी

● 27 फरवरी से 02 मार्च तक 12566 नई दिल्ली-दरभंगा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मानकनगर-लखनऊ-मल्हौर के रास्ते चलायी जायेगी

● 02 मार्च को 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मल्हौर-लखनऊ-मानकनगर के रास्ते चलायी जायेगी

● 22, 26 फरवरी एवं 01 मार्च को 15904 चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग रोजा-सीतापुर-बुढ़वल के रास्ते चलायी जायेगी।

● 24 फरवरी को 15934 अमृतसर-न्यूतिनसुकिया एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-ज़फराबाद के रास्ते चलायी जायेगी

रद्द ट्रेनें

● एक से 03 मार्च तक 12530 लखनऊ जं.-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 01 से 03 मार्च तक 12529 पाटलिपुत्र-लखनऊ जं. एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 20 एवं 27 फरवरी को 15078 गोमतीनगर-कामाख्या एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 21 एवं 28 फरवरी को 15077 कामाख्या-गोमतीनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 01 से 03 मार्च तक 15203 बरौनी-लखनउ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 02 से 04 मार्च तक 15204 लखनउ-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 23 फरवरी एवं 02 मार्च को 15269 मुजफ्फरपुर-साबरमती एक्स. निरस्त रहेगी

● 25 फरवरी एवं 04 मार्च को 15270 साबरमती-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी

● 22 फरवरी से 02 मार्च तक 11123 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

● 23 फरवरी से 03 मार्च तक 11124 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।