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कलयुगी बेटे ने पीटा की धारदार हथियार से की हत्या, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

BANKA : जिला के शंभूगंज थाना क्षेत्र के बेलसीरा गांव में सोमवार को 50 हजार रूपया नहीं देने पर सनकी पुत्र ने दबिया से हमलाकर पिता को मौत का घाट उतार दिया। मृतक चमकलाल यादव सेवानिवृत्त बीएमपी का सिपाही था। सनकी पुत्र पंकज यादव है। वहीं बीच बचाव करने आई बीएमपी सिपाही की दो पुत्रवधू संगीता देवी व अन्य भी जख्मी हो गई है। जिसका इलाज शंभूगंज अस्पताल में किया जा रहा है।

 

बताया जा रहा है की मृतक को पांच पुत्र है। पिता का हत्यारा पुत्र तीसरे नंबर का है। जो घटना के बाद मौके से फरार हो गया। घटनास्थल की सूचना मिलने पर एसडीपीओ विपिन बिहारी, सर्किल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार राव, शंभूगंज थानाध्यक्ष नीरज तिवारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया गया है।

 

 

परिजनों ने बताया कि आरोपित पंकज यादव गलत संगत में शराब का लत एवं जुआरी हो गया। अक्सर रूपया को लेकर पत्नी एवं बच्चों के साथ मारपीट भी किया करता था। सोमवार की सुबह चमकलाल यादव दरवाजा पर मुंह धो रहा था। इसी दौरान पर पंकज यादव ने पिता चमकलाल यादव से 50 हजार रूपया मांग किया। जिसपर चमकलाल यादव ने रूपया देने से मना कर दिया। इसी पर पिता पुत्र के बीच नोंक-झोंक के बाद पंकज यादव ने पिता को दबिया से गले पर हमलाकर कर दिया। जिससे चमकलाल यादव की मौके पर ही मौत हो गई।

 

 

बताया कि पांच पुत्र के बीच चमकलाल यादव ने रूपया से जमीन का बंटवारा कर दिया था। लेकिन पंकज यादव अक्सर पिता को रूपया देने के लिए दवाब बनाता था। थानाध्यक्ष नीरज तिवारी ने बताया कि वह शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया गया है। परिजन के लिखित आवेदन पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है।

बिहार कांग्रेस ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार चाह रहे कि कल-परसों में ही मोदी जी को हटा दें

PATNA: बिहार की राजनीति में सत्ता पक्ष में ही शह-मात का खेल जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर आरोप लगाकर खलमची दी थी. अब बारी कांग्रेस की है. कांग्रेस ने नीतीश कुमार को ऐसा जवाब दिया, जिसकी कल्पना भी नहीं की होगी. बिहार कांग्रेस ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार चाह रहे कि कल-परसों में ही मोदी जी को हटा दें.

 

 

अखिलेश ने नीतीश को दिया जवाब

 

बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश जी चाहते हैं कि कल परसों ही मोदी को हटा दें. ऐसा संभव नहीं है. क्यों कि चुनाव का समय तो तय है. सदाकत आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस कर अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री को नसीहत भी दे दी. उनसे पूछा गया कि सीएम नीतीश कह रहे कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव पर ही ध्य़ान दे रही है, इंडिया गठबंधन को लेकर कांग्रेस की दिलचस्पी नहीं है. सवाल सुनते ही बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश जी का निहितार्थ यह था की और तेजी से कम होना चाहिए.

 

 

नीतीश जी चाहते हैं कि कल परसों ही मोदी जी हट जाएं

 

अखिलेश सिंह ने कहा कि नीतीश जी चाहते हैं कि कल-परसों ही मोदी जी हट जाएं. लेकिन उसका तो समय तय है ना. लोकसभा चुनाव तो अप्रैल महीने में न होगा ? राज्य से ही भारत बना है, राज्य से ही इंडिया बनता है. पांच राज्यों में चुनाव है . छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार है, मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनने वाली है, राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार बनने वाली है. तेलंगाना में कांग्रेस की लड़ाई एक रीजनल पार्टी से है. एक और राज्य मिजोरम है वहां भी रीजनल पार्टी से सीधे कांग्रेस की लड़ाई है. राज्यों का चुनाव भी महत्वपूर्ण होता है . इन पांचो राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो इंडिया गठबंधन को सीधा लाभ होगा. इससे ताकत मिलेगी नीतीश जी को और लालू जी को भी.

 

 

सीएम नीतीश ने कांग्रेस को लेकर क्या कहा था…

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 नवंबर को वाम दल द्वारा आयोजित भाजपा हटाओ देश बचाओ रैली के दौरान I.N.D.I.A. गठबंधन में कांग्रेस की मौजूदा भूमिका को लेकर बड़ी बात कही थी. उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कांग्रेस पार्टी को अब इसकी कोई चिंता नहीं है. फिलहाल कांग्रेस को पांच राज्यों के चुनाव की ज्यादा चिंता है. कांग्रेस इसी में लगी हुई है. इंडिया गठबंधन और 2024 के चुनाव को लेकर कोई चर्चा ही नहीं हो रही है. नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि हम सभी लोग एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी को ही आगे बढ़ने का काम कर रहे थे लेकिन कांग्रेस को इसकी कोई चिंता नहीं है.

NCR में भूकंप के तेज झटके, चार दिन में दूसरी बार हिली धरती

DESK: इस वक्त की बड़ी खबर दिल्ली-एनसीआर से आ रही है, जहां एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। चार दिन में दूसरी बार धरती हिलने से हड़कंप मच गया है। दिल्ली के अलावा देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।शाम 4 बजकर 18 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।

विश्व कप में एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले की संभावना

DESK : विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान को लगातार आठवीं बार शिकस्त दी थी। अब विश्व कप में एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले की संभावना बनती दिख रही है। बीते रविवार को भारत ने साउथ अफ्रीका को एकतरफा मुकाबले में 243 रनों से शिकस्त देकर यह निश्चित कर लिया कि विश्व कप में अंक तालिका में वह शीर्ष पर रहेगी और सेमीफाइनल में उसका मुकाबला चौथे स्थान पर रहनेवाली टीम से होगा। लेकिन, अभी तक यह तय नहीं है कि चौथे स्थान पर कौन सी टीम होगी

अभी तक टीमों की जो स्थिति है उसके अनुसार भारत और दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के पहुंचने की संभावना है। ऐसे में अंक तालिका में नंबर दो और नंबर तीन के बीच मुकाबला होना है। संभावना है कि एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया फाइनल में अपनी जगह पक्की कर सकती है।

लेकिन मुश्किल मुकाबला पहले सेमीफाइनल को लेकर है, जो कि मुंबई के वानखेडे़ स्टेडियम में खेला जाएगा. यह सेमीफाइनल 15 नवंबर को दोपहर 2 बजे से खेला जाएगा। यहां भारत से मुकाबले के लिए तीन टीमों के बीच लड़ाई है। जिसमें पाकिस्तान, न्यूजीलैंड के साथ सभी को हैरान करनेवाली अफगानिस्तान की टीम शामिल है। अभी प्वाइंटस टेबल पर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान ने आठ-आठ मैच खेल लिए हैं और दोनों के पास आठ-आठ अंक हैं। हालांकि बेहतर रन रेट के कारण न्यूजीलैड नंबर चार पर है। जबकि पाकिस्तान पांचवे स्थान पर है और दोनों टीमें अपने अगले मैच को किसी भी स्थिति में जीतना चाहेगी। न्यूजीलैंड को अपना आखिरी ग्रुप मैच श्रीलंका से 9 नवंबर को बेंगलुरु में खेलना है, जबकि पाकिस्तान अपना अंतिम मैच विश्व कप से बाहर हो चुकी इंग्लैंड के साथ खेलेगी। यह मैच 12 नवंबर को खेला जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान को अभी दो मैच खेलने हैं. जिसमें एक मैच ऑस्ट्रेलिया और दूसरा मैच दक्षिण अफ्रीका से खेलने हैं। जिसमें किसी प्रकार की उलटफेर न सिर्फ न्यूजीलैंड, बल्कि पाकिस्तान का भी सारा समीकरण बिगाड़ सकती है। बता दें कि अफगानिस्तान अब तक 3 बड़े उलटफेर कर चुकी है. उसने इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका को हराया है

पाकिस्तान की असली परेशानी न्यूजीलैंड है। जिन्हें अंतिम मुकाबला श्रीलंका से है। अपने पिछले चारों मैच हारने के बाद न्यूजीलैंड किसी भी कीमत पर यह मैच हारना नहीं चाहेगी। जबकि पाकिस्तान चाहेगा कि श्रीलंका यह मैच जीत जाए। हालांकि पाकिस्तान को यह फायदा भी है कि लीग राउंड का अंतिम मैच उन्हें खेलना है और उनके पास कितने रन रेट की आवश्यकता है, इसकी जानकारी होगी और इस आधार पर अपनी प्लानिंग कर सकेंगे।

 

न्यूजीलैंड से बदला लेने का मौका

 

अगर न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में पहुंचती है तो भारत के पास यह मौका होगा कि 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला ले सकें। उस सेमीफाइनल में मिली हार का जख्म आज भी टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों में ताजा है। इस बार वह नहीं चाहेंगे कि न्यूजीलैंड के सामने फिर किसी प्रकार की चूक दोहराई जाए।

समलैंगिता पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में सेम सेक्स का आया पहला मामला, लगभग 20 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिया फेसला

PATNA : लगभग 20 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने लंबी बहस के बाद सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता पर फैसला दिया था कि वह शादी नहीं कर सकते हैं। लेकिन साथ रहने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सहमति प्रदान की थी। साथ ही ऐसे जोड़ों के लिए सेफ हाउस का इंतजाम करने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद बिहार की राजधानी में पहला ऐसा मामला सामने आया, जब दो बालिग लड़कियों ने अपने लेस्बियन रिलेशन को सुरक्षा देने की मांग पटना के महिला थाना से की। लेकिन पटना महिला थाना ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के विपरीत जाते हुए दोनों लड़कियों को जबरन उनके परिजनों के साथ भेज दिया है। अब इस मामले में उन लड़कियों ने जान का खतरा बताते हुए मदद की मांग की है। जिसका मोबाइल स्क्रीन शॉट वायरल हो रहा है।

 

सीवान की है दोनों लड़कियां

 

सीवान की रहने वाली दोनो बालिग युवतियां आपस में मौसेरी बहन है जिन्होंने एक साथ जीवन जीने का फैसला कर घर से बीते दिनों माता पिता के मर्जी के खिलाफ घर से निकल भागी और पटना पहुंची रविवार को पटना के महिला थाने पहुंच पुलिस से अपने सुरक्षा की गुहार लगाई है । लेकिन महिला थाना से उन्हें मदद नहीं मिली। बल्कि उसकी जगह परिजनों को बुला दिया गया। जब दोनों ने साथ जाने से इनकार कर दिया तो जबरन उन्हें परिजनों के साथ भेज दिया गया।

 

 

पैसे लेने का आरोप

 

मामले में दोनों लड़कियों में से एक का व्हाट्स अप चैट का एक स्क्रीन शॉट भी सामने आया है। जिसमें उसने महिला थाना पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अम्मी से दस हजार रुपए लेकर परिजनों के हवाले कर दिया। इन युवतियों ने बताया कि देर रात मीडिया वालों के जाने के बाद हमलोगों की थाने में जमकर पिटाई की गई और हमारा सामान भी छीन लिया गया। बाद में जबरन परिजनों के साथ गाड़ी में बैठा दिया गया। उस समय हमारा बैग वापस किया गया।

 

 

दोनों लड़कियों ने कहा हमारी जान का खतरा बढ़ा

 

स्क्रीन शॉट में दोनों लड़कियों ने बताया कि हम अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस से मदद मांगने पहुंचे थे। लेकिन, महिला थाने ने पैसे लेकर हमारी जान को और भी खतरे में डाल दिया। दोनों ने मीडिया से मदद मांगी है और कहा है कि वह महिला थाने से हमारे बारे में पूछे कि इसमें क्या कार्रवाई की गई।

 

यह है सुप्रीम कोर्ट का आदेश

 

समलैंगिकता पर सुप्रीम कोर्ट से कुछ दिन पहले बड़ा फैसला आया था। जिसमें सीजेआई ने कहा, केंद्र और राज्य सरकार इस बात का ध्यान रखे की समलैंगिक समुदाय के खिलाफ किसी भी तरह का भेदभाव न हो। CJI ने केंद्र और राज्य सरकार को निर्देश दिया कि इनके लिए सेफ हाउस, डॉक्टर के ट्रीटमेंट, एक हेल्पलाइन फोन नंबर जिस पर वो अपनी शिकायत कर सकें, सामाजिक भेदभाव न हो, पुलिस उन्हे परेशान न करें, अगर वे घर न जाएं तो उन्हें जबरदस्ती घर ना भेजे।

 

सीजेआई ने कहा कि समलैंगिक अधिकारों के बारे में जनता को जागरूक करें. समलैंगिक समुदाय के लिए हॉटलाइन बनाए। समलैंगिक जोड़े के लिए सुरक्षित घर बनाएं. सुनिश्चित करें कि अंतर-लिंगीय बच्चों को ऑपरेशन के लिए मजबूर नहीं किया जाए. किसी भी व्यक्ति को किसी भी हार्मोनल थेरेपी से गुजरने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।

शिक्षक नियुक्त किया, लेकिन उनकी सैलरी के लिए फंड की नहीं की व्यवस्था : भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर

PATNA : बिहार में आज से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दल ने पूरी तैयारी कर ली है। शिक्षक नियुक्ति, जातीय गणना सहित बिहार में तेजी से बढ़े भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगने की तैयारी है। भाजपा के फायर ब्रांड विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।

 

उन्होंने जातीय गणना रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें ओबीसी को 36 परसेंट बताया गया है। इसलिए हमारी मांग है ओबीसी को उनकी आबादी के अनुसार हिस्सेदारी दे। बिहार के मुख्यमंत्री का पद अतिपिछड़े से बनाया जाए।

 

 

उन्होंने शिक्षक नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पूरी तरह से मनी फॉर जॉब है। जिसमें बिहार के युवाओं को मौका नहीं मिला है। सबसे बड़ा सवाल है कि इतनी संख्या में शिक्षकों की सैलरी देने के लिए फंड कहां से आएगा, सरकार ने इसका कोई जिक्र अब तक नहीं किया है। सरकार की इन्ही गलत नीतियों के कारण आनेवाले समय में यही शिक्षक सड़क पर हड़ताल करते हुए नजर आएंगे।

 

 

हजारों एकड़ जमीन का हिसाब नहीं

 

बिस्फी विधायक ने कहा कि नए भू-नीति के कारण हजारों एकड़ जमीन का कोई हिसाब नहीं मिल पा रहा है। जिसका जवाब सरकार को देना होगा।साथ ही राज्य में जिस तेजी से अपराध बढ़े हैं, उसको लेकर भी सरकार से जवाब मांगा जाएगा।

3 साल तक रही घरेलू हिंसा फिर पति को तलाक देकर की नई शुरुआत, आज हैं एक पुलिस अफसर

शादी के बाद किसी भी लड़की के लिए उसका ससुराल पति सब कुछ होता है. लेकिन क्या हो जब शादी के कुछ ही दिनों के बाद भी पति और पत्नी के बीच खटपट होने लगे और मामला मारपीट तक पहुंच जाए. जब कोई बेटी अपने माता-पिता से ससुराल वालों की शिकायत करती है तो परिवार वालों का कहना होता है कि किसी तरह एडजस्ट करो. सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा. सवाल उठता है कि अगर मामला ठीक ही होना हो तो बिगड़े क्यों. आज की हमारी कहानी एक ऐसी ही पुलिस अफसर बिटिया की है जिसके पति ने उसे तलाक दे दिया. हिम्मत हारने के बदले उसने जमकर संघर्ष किया और सफलता का परचम लहरा दिया.

 

केरल की नौजिशा बताती है कि मैं कोझीकोड की रहने वाली हूं. विवाह के बाद मैंने लाखों सपने सजाए और ससुराल चली आई. लेकिन यहां सब कुछ उल्टा हुआ. प्यार देने के बदले पति ने दूध करना शुरू कर दिया. आलिंगन करने के बदले मारपीट होने लगी. एक दिन तंग आकर मैं आत्महत्या करने तक का फैसला ले लिया. मैं मानसिक तौर पर कमजोर हो चुकी थी आप कह सकते हैं कि डिप्रेशन में जा चुकी थी.

 

नौजिशा ने कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) में मास्टर्स किया है और शादी से पहले एक गेस्ट लेक्चरर के तौर पर काम करती थीं। फिर साल 2013 में उनकी शादी हुई और यहीं से उनके जीवन में परेशानियों का दौर शुरू हो गया। नौजिशा शादी के बाद भी नौकरी करना चाहती थीं। शादी से पहले तो उनका पति उनकी बात पर राज़ी था, लेकिन शादी के बाद उसने नौजिशा को घर पर रहने को ही कहा।

 

साल 2016 में 3 साल तक प्रताड़ना झेलने के बाद, अपने 1 साल के बेटे के साथ उन्होंने पति का घर छोड़ दिया। इस फैसले में उनके माता-पिता ने भी उनका साथ दिया। तलाक के बाद नौजिशा ने अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला लिया और दोबारा लेक्चरर की नौकरी शुरू की।

 

नौजिशा ने केरल पुलिस स्पेशल रिक्रूटमेंट की परीक्षा दी और सफलता हासिल कर सिविल पुलिस फोर्स में शामिल हो गईं। आज नौजिशा अपनी मेहनत और जुनून से केरल में पुलिस अफ़सर के तौर पर काम कर रही हैं और लोगों को सुरक्षित रखने का ज़िम्मा अपने कंधों पर उठाया है.

इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट में दी रॉयल एनफील्ड बाइक

दुर्गा पूजा समाप्त होते ही दीपावली का फेस्टिवल सीजन शुरू हो चुका है. विभिन्न कंपनियों द्वारा अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों को बोनस देने का शुभारंभ हो चुका है. कोई कुछ तो कोई कुछ दे रहा है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने भी अपने लाखों कर्मचारियों को दिवाली का बोनस दे दिया है.इसी बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि कंपनी के मालिक ने दिवाली बोनस के रूप में अपने स्टाफ को रॉयल एनफील्ड बुलेट बाइक गिफ्ट में दिया है. नीलगिरि जिले के कोटागिरी शहर में एक चाय बागान ने अपने कर्मचारियों को दिवाली सरप्राइस के रूप में रॉयल एनफील्ड बाइक गिफ्ट में दी. कंपनी की तरफ से रॉयल एनफील्ड बाइक पाकर कर्मचारी बेहद खुश हुए.

PM बोले- 80 करोड़ गरीबों को 2028 तक मुफ्त राशन:छत्तीसगढ़ के दुर्ग में की घोषणा; कहा- ED ने 5 करोड़ पकड़े तो CM बौखला गए

छत्तीसगढ :- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज छत्तीसगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस अवसर पर बड़ा ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है. यही कारण है कि कोरोना के बाद से मोदी सरकार में 80 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त में चावल और गेहूं अर्थात अनाज दिया जा रहा है. दिवाली छठ पूजा से पहले बड़ा ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम इस योजना को 2028 तक बढ़ाने जा रहे हैं. आसान भाषा में कहा जाए तो अब गरीब जनता को साल 2028 तक मुफ्त में अनाज मिलता रहेगा.

 

बता दें कि केंद्र सरकार की एकीकृत खाद्य सुरक्षा योजना को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) नाम दिया गया है, जिसके तहत एक जनवरी से 80 करोड़ से अधिक गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न दिया जा रहा है. सरकार द्वारा पीएमजीकेएवाई के नाम से जानी जाने वाली एक अन्य योजना के तहत गरीब लोगों को पांच किलोग्राम खाद्यान्न का मुफ्त मासिक वितरण बंद करने पर विपक्ष की आलोचना के बीच यह कदम उठाया गया है.

 

अप्रैल, 2020 में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर शुरू की गई यह योजना पिछले साल दिसंबर में समाप्त हो गई. पिछले महीने सरकार ने पीएमजीकेएवाई को दो मौजूदा खाद्य सब्सिडी योजनाओं में शामिल करने का फैसला किया और इसके परिणामस्वरूप नई एकीकृत खाद्य सुरक्षा योजना लागू हुई.