ऑटो चालक ने DSP को मारी थी गोली, 50 सीसीटीवी कैमरा की जांच से हुआ मर्डर का खुलासा
नए साल के पहले दिन जालंधर में नहर किनारे मिली पंजाब पुलिस के अर्जुन अवार्ड विजेता DSP दलबीर सिंह देओल की हत्या के मामले में पुलिस ने एक ई रिक्शा चालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान लांबड़ा निवासी विजय के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि नशे की हालत में डीएसपी ने विजय को गाली दी थी। इसी वजह से उसने डीएसपी दलबीर सिंह देओल की सरकारी पिस्टल से उनके माथे में गोली मार दी। इसके बाद उनकी लाश को नहर किनारे फेंक आया।
पुलिस पहले इस मामले को सड़क हादसा मान रही थी। लेकिन पोस्टमोर्टेम में DSP को गोली मारने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जालंधर बस स्टैंड के पास जहां से डीएसपी दलबीर सिंह के दोस्तों ने नए साल वाली रात उन्हें ड्रॉप किया था, वहां से सीसीटीवी कैमरों की स्कैनिंग चालू की गई। पुलिस ने करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की जांच की।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि DSP दलबीर सिंह देओल रात करीब साढ़े 12 बजे एक ई रिक्शा से वर्कशॉप चौक के पास उतरे। यहां उन्होंने मामे के ढाबे पर नॉनवेज खाया था। पुलिस ने बताया कि वर्कशॉप चौक से ई-रिक्शा चालक विजय डीएसपी को लेकर चला। इसके बाद पुलिस ने कई ऑटो चालकों को पूछताछ के लिए बुलाया, जिन में एक आरोपी विजय भी था। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्या की वजह भी बताई।
उसने बताया कि नशे में डीएसपी ने ऑटो चालक को गाली दी। यह चालक को बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने डीएसपी की रिवॉल्वर से ही माथे पर गोली मारकर हत्या कर दी और फिर उनकी लाश नहर के पास फेंक दी। पुलिस अभी आरोपी से डीएसपी की सरकारी पिस्टल बरामद नहीं कर सकी है।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.