बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रॉम (एईएस) की रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य स्तर पर व्यापक रणनीति तैयार की गयी है। उसी क्रम में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के सभागार, विकास भवन, पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देषानुसार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सभी जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष एईएस से बचाव के लिए समयपूर्व सतर्कता और ठोस कार्ययोजना पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि एईएस प्रभावित जिलों में सतत जागरूकता अभियान, स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता, पोषण स्तर सुधार, स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति तथा समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएं। राज्य का हर बच्चा हमारे लिए अनमोल है।
पांडेय ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में जरूरी दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। जागरूकता अभियान चलाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं एवं पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। संभावित मामलों की निगरानी एवं त्वरित उपचार के लिए प्रत्येक जिले में विशेष टीमों का गठन होंगे। साल 2024 में ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलाकर कुल 2 लाख 56 हजार 417 लोगों को एईएस की रोकथाम हेतु प्रशिक्षिण दिया गया है। जिसमें डॉक्टर, यूनिसेफ (राज्य टीओटी), स्वास्थ्य अधिकारी/कर्मचारी, आशा, एएनएम, जीविका सदस्य, पीआरआई सदस्य, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अन्य शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अत्यधिक प्रभावित जिलों पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सीवान, सारण, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और समस्तीपुर में डेडिकेटेड बेड होगें।
विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग प्रत्यय अमृत ने कहा कि डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था 24 घंटे सुनिश्चित रहेगी। एइएस के चिकित्सकीय प्रबंधन में उपयोग में आने वाले 13 प्रकार के अनिवार्य उपकरणों का एक एइएस किट तैयार कर प्रभावित जिलों के स्वास्थ्य संस्थानों में प्रति संस्थान 02 एइएस किट दिया गया है। मुजफ्फरपुर जिला के अतिप्रभावित प्रखंडों के स्वास्थ्य संस्थानों में 05 एइएस किट दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त 100 एइएस किट राज्य स्तर पर संरक्षित रखा गया है। इस अवसर पर प्रत्यय अमृत, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, मनोज कुमार सिंह, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, शशांक शेखर सिन्हा, सीईओ, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति, अमिताभ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव के साथ स्वास्थ्य विभाग और आईजीआईएमएस के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें।