बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सह बाबा बागेश्वर फिर बिहार आ रहे हैं. पितृपक्ष मेला के बीच ही बागेश्वर बाबा गया पधार रहे हैं. पितृपक्ष मेले को लेकर उनका आवासन गया धाम से 13 किलोमीटर दूर बोधगया में होगा. बताया जा रहा है कि पिछले साल की भांति इस वर्ष भी वे अपने भक्तों के लिए भागवत गीता का पाठ करेंगे।
26 को पहुंचेंगे बाबा
इसकी जानकारी गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार ने दी. उन्होंने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री 26 सितंबर को गया पधारेंगे. हालांकि बाबा बोधगया में भागवत कथा करेंगे. दो अक्टूबर तक गया में प्रवास रहेगा. हालांकि इसबार बाबा दिव्य दरबार नहीं लगाएंगे. बाबा के आगमन को लेकर भक्तों में उत्साह है।
“26 सितंबर को पंडित धीरेंद्र शास्त्री गया में आएंगे. बोधगया में उनका प्रवास रहेगा. उनका स्वागत है कि वह गया जी में पधारेंगे. सनातन का उत्थान करने वाले बाबा बागेश्वर को गया स्वागत करता है. वह करीब एक सप्ताह तक रहेंगे जो कि 2 अक्टूबर की तारीख तक प्रवास करने की बात बताई जाती है.” -गजाधर लाल कटरियार, गयापाल पंडा
बाबा बागेश्वर के पूर्वज भी आ चुके हैं गया
आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दादा और परदादा गया धाम को आ चुके हैं. इसका प्रमाण गयापाल पंडा के पास मौजूद है. फसली संवत के अनुसार 1398 में बाबा बागेश्वर के दादा गया जी आए थे. दादा भगवान दास गर्ग उर्फ सेतु लाल गर्ग फसली संवत 1398 में जो कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1988 होता है को आए थे. वे पितरों का पिंडदान किया था।
बाबा बागेश्वर के परदादा भी आ चुके हैं गया
गजाधर लाल कटरियार बताते हैं कि उससे पहले उनके परदादा मुरलीधर भी गया जी को आ चुके हैं और पिंडदान कर चुके हैं. इसका प्रमाण गयापाल पंडा गजाधर लाल कटारिया के बही खाते में मौजूद हैं. बाबा बागेश्वर धाम के पंडा होने के कारण गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार का उड़ीसा भवन एक बार फिर से चर्चित हो रहा है।
एमपी के छतरपुर जिले के रहने वाले हैं बाबा
गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार बताते हैं कि बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री पिछले बार 2023 में गया जी आए थे. उन्होंने बताया कि बाबा मध्य प्रदेश के छतरपुर गढ़ा के रहने वाले हैं. बाबा के गयापाल पुरोहित के रूप में मैं हूं।
“पूर्व में बाबा बागेश्नर के दादा-परदादा भी आ चुके हैं. पिछली बार जब बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री आए थे तो उन्होंने संपर्क साधा था कि कौन उनके तीर्थ पुरोहित हैं. उनके गांव जिले के अनुसार उनके पूर्वजों का बही खाता मेरे यहां है. मेरे पूर्वजों ने उनके दादा और परदादा के आगमन पर उनके पितरों के लिए पिंडदान कराया था. बही खाते को देखकर पिछले साल आए बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री काफी हर्षित हुए थे.” -गजाधर लाल कटरियार, गयापाल पंडा
इसबार भी भागवत कथा करेंगे
गजाधर लाल कटरियार ने बताया कि पिछली बार वे गया में आए थे तो भागवत कथा किए थे. उनके शिष्य श्राद्ध करते हैं और हमसे संपर्क करते हैं. इस बार भी गया धाम पहुंचने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री भागवत कथा करेंगे और उनके शिष्य श्राद्ध कराएंगे.