मुंबई की एक अदालत ने रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी की हत्या मामले में पकड़े गए दो आरोपियों में से एक को 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया, जबकि दूसरे की वास्तविक उम्र निर्धारित करने के लिए उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।
एक वकील ने बताया कि हरियाणा के 23 वर्षीय गुरनैल बलजीत सिंह को एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश का रहने वाला दूसरा आरोपी नाबालिग है। उसे सही उम्र निर्धारित करने के लिए ओसिफिकेशन टेस्ट के लिए भेजा गया है।
दोनों पर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी को उनके बेटे और कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी के बांद्रा के निर्मल नगर स्थित कार्यालय के पास शनिवार शाम गोली मारने का आरोप है। इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया। गिरफ्तार आरोपियों को रविवार दोपहर एस्प्लेनेड कोर्ट के मजिस्ट्रेट एस.सी. तायडे के समक्ष पेश किया गया।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जबकि तीसरे आरोपी शिव कुमार की तलाश में पुलिस की 15 टीमें लगी हुई हैं। पुलिस अन्य राज्यों के विभागों (पुलिस) के साथ मिलकर काम कर रही है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 28 जिंदा कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। हरियाणा और उत्तर प्रदेश से 2 सितंबर को यहां आए तीनों लोगों द्वारा सुपारी लेकर सिद्दीकी की संदिग्ध हत्या के पीछे की साजिश की आगे जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस ने सिद्दीकी पर हमले के तुरंत बाद तीन हमलावरों में से दो को पकड़ने में कामयाबी हासिल की, जबकि तीसरा, जिसकी पहचान शिव कुमार के रूप में हुई, भागने में सफल रहा।
इससे पहले, आरोपियों को ‘बुर्का’ पहनाकर अदालत में लाया गया और जब मजिस्ट्रेट ने उनका नाम और उम्र पूछी, तो उनमें से एक ने दावा किया कि वह नाबालिग है। हालांकि, सरकारी वकील गौतम गायकवाड़ ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि शनिवार रात उन्हें हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने एक आधार कार्ड बरामद किया, जिसमें उसकी जन्मतिथि 1 मार्च 2003 दर्ज है यानी वह 21 साल का है।
इस बीच, रविवार शाम को बांद्रा स्थित बड़ा कब्रिस्तान में सिद्दीकी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में राजनेता, बॉलीवुड हस्तियां और हजारों समर्थक अंतिम यात्रा में शामिल हुए।